गुवाहाटी : निचली रैंकिंग की अफगानिस्तान ने मंगलवार को यहां 2026 फीफा विश्व कप क्वालीफायर में भारत को 2-1 से शिकस्त दी जिससे घरेलू टीम को हाल के वर्षों में अपनी सबसे शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा. भारत के करिश्माई स्ट्राइकर सुनील छेत्री के अपने 150वें मैच में 94वां अंतरराष्ट्रीय गोल दागा लेकिन इसके बावजूद घरेलू टीम हार गयी. उन्होंने 37वें मिनट में पेनल्टी पर गोल दागा.
छेत्री ने एक अनोखा रिकॉर्ड भी अपने नाम किया. 39 वर्षीय खिलाड़ी भारत के लिए अपने पहले, 25वें, 50वें, 75वें, 100वें, 125वें और मंगलवार को 150वें मैच में कम से कम एक गोल करने वाले पहले खिलाड़ी बन गए.
विश्व कप और 2027 एएफसी एशियाई कप के संयुक्त क्वालीफायर के दूसरे चरण में भारत के घरेलू मैच में अफगानिस्तान ने 71वें मिनट में रहमत अकबरी के गोल से बराबरी हासिल कर ली. फिर घरेलू टीम को झटका लगा जब गुरप्रीत सिंह को पीला कार्ड दिखाया गया.
इसके बाद मिली पेनल्टी पर शरीफ मुखम्मद ने 88वें मिनट में अपनी टीम को निर्धारित समय में केवल दो मिनट रहते 2-1 की बढ़त दिलाकर जीत दिलायी. भारत और अफगानिस्तान ने 22 मार्च को सऊदी अरब के आभा में पहले चरण में गोलरहित ड्रा खेला था.
इससे पहले अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने स्टार फुटबॉलर सुनील छेत्री को मंगलवार को यहां अफगानिस्तान के खिलाफ 2026 फीफा विश्व कप क्वालीफायर में अपना 150वां अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के लिए सम्मानित किया.
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष कल्याण चौबे, असम फुटबॉल संघ के सचिव संगरंग ब्रह्मा, एआईएफएफ तकनीकी समिति के अध्यक्ष आई एम विजयन उन गणमान्य व्यक्तियों में शामिल थे जिन्होंने इंदिरा गांधी एथलेटिक स्टेडियम में मैच शुरू होने से पहले भारतीय कप्तान छेत्री को स्मृति चिन्ह भेंट किए.
छेत्री ने पहली बार राष्ट्रीय टीम की सीनियर जर्सी 12 जून 2005 को पाकिस्तान के खिलाफ एक मैत्री मैच के दौरान पहनी थी. इस 1-1 से ड्रा मुकाबले में उन्होंने भारत के लिये गोल दागा था. तब से छेत्री राष्ट्रीय टीम के लिए 149 मैच में रिकॉर्ड 93 गोल दागे थे.