नई दिल्ली : कुश्ती की वैश्विक नियामक संस्था यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने शुक्रवार को भारतीय महासंघ का समर्थन करते हुए कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए के लिए केवल भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) से ही प्रविष्टियां स्वीकार करेगा और कोई अन्य संस्था यह भूमिका नहीं निभा सकती.
दिल्ली उच्च न्यायालय ने भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) द्वारा नियुक्त तदर्थ पैनल को आगामी एशियाई चैंपियनशिप और महाद्वीपीय ओलंपिक क्वालीफायर के लिए ट्रायल आयोजित करने के लिए कहा था जिसके एक दिन बाद यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने अपना रूख स्पष्ट किया. डब्ल्यूएफआई ने अदालत से कहा कि वह 10 और 11 मार्च को नयी दिल्ली में होने वाले ट्रायल्स के संबंध में जारी अपने सर्कुलर को वापस ले लेगा.
अदालत ने अपना फैसला शीर्ष पहलवानों बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक की याचिका पर दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि डब्ल्यूएफआई ट्रायल्स का आयोजन नहीं कर सकता है क्योंकि खेल मंत्रालय ने उसे निलंबित कर रखा है.
लेकिन यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) के अध्यक्ष नेनाद लालोविच ने संजय सिंह की अगुवाई वाले डब्ल्यूएफआई से कहा कि केवल विश्व संस्था से मान्यता प्राप्त डब्ल्यूएफआई ही प्रविष्टियां भेज सकता है. विश्व संस्था ने हाल में डब्ल्यूएफआई का निलंबन हटा दिया था.
लालोविच ने अपने पत्र में लिखा, 'मैं अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में खिलाड़ियों और प्रतिनिधिमंडलों के पंजीकरण से संबंधित कुछ सिद्धांत याद दिलाना चाहता हूं'. उन्होंने कहा, 'यहां यह याद दिलाया जाता है कि, 13 फरवरी, 2024 को यूडब्ल्यूडब्ल्यू द्वारा आपके महासंघ पर लगाए गए निलंबन को हटाने के बाद, यूडब्ल्यूडब्ल्यू आपके महासंघ को किसी अन्य संबद्ध महासंघ के रूप में मान्यता देता है, जो यूडब्ल्यूडब्ल्यू नियमों का पालन करते हुए विधिवत कार्य कर रहा है'.
उन्होंने कहा, 'यह यूडब्ल्यूडब्ल्यू से मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय महासंघों की जिम्मेदारी है कि वह महाद्वीपीय चैंपियनशिप, विश्व चैंपियनशिप, ओलंपिक खेल क्वालीफाइंग टूर्नामेंट और अन्य अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के लिए टीमों का चयन और घोषणा करें'.