नई दिल्ली: पूर्व भारतीय क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू का मानना है कि भारत और पाकिस्तान के मैच के रोमांच से कोई नहीं बच सकता. दोनों टीमें टी 20 विश्व कप के मुकाबले में रविवार को नासाउ काउंटी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में भिड़ेंगी. सिद्धू ने स्टार स्पोर्ट्स पर कहा, 'मुझे लगता था कि यदि मुझे हीरो बनना है तो यह मेरा मौका है. मेरा मानना है कि यदि मैं पाकिस्तान के खिलाफ अच्छा खेलता हूं तो प्रशंसक मेरी सारी खराब पारियां भूल जाएंगे. ऐसे कई मौके हैं. चेतन शर्मा मुझे अक्सर याद दिलाते थे कि उन्होंने वनडे में हैट्रिक ली है और 200 विकेट हासिल किये हैं लेकिन जहां भी मैं जाता हूं तो लोग उस छक्के के बारे में पूछते हैं जो जावेद मियांदाद ने मुझे आखिरी गेंद पर मारा था'.
उन्होंने कहा, 'यह घटना भारत-पाकिस्तान के मनोवैज्ञानिक प्रभाव के बारे में बताती है. कोई भी इससे बच नहीं सकता है. मेरी सबसे अच्छी याद तब है जब मुझे पाकिस्तान के खिलाफ मैन ऑफ द मैच चुना गया था. यह भावना सभी की साझा है. कभी-कभी यह आपको दुखी करता है, लेकिन आप इससे बच नहीं सकते. यह गहन प्रतिद्वंद्विता यह प्यार और टकराव ही भारत-पाकिस्तान मैचों को इतना आकर्षक बनाता है'.
पाकिस्तान ग्रुप ए के अपने शुरुआती मुकाबले में सह-मेजबान संयुक्त राज्य अमेरिका से हार गया, जिसे कई लोग आईसीसी टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे बड़े उलटफेरों में से एक बता रहे हैं. परिणाम से पाकिस्तान बड़ी परेशानी में है क्योंकि क्वालीफाइंग के किसी भी अवसर के लिए उसे अपने शेष सभी मैच जीतने होंगे. सिद्धू ने यह भी बताया कि उनका मानना है कि असली गेम चेंजर कौन हैं और मौजूदा टी20 विश्व कप में अपनी-अपनी टीमों के लिए प्रभावशाली खिलाड़ी कौन होंगे. उन्होंने विराट कोहली को गेम चेंजर बताया.
सिद्धू ने कहा, 'रवींद्र जडेजा, शिवम दुबे और यहां तक कि अक्षर पटेल भी उसी गति से रन बनाते हैं. धोनी इतने महान फिनिशर क्यों हैं, क्योंकि उनका स्ट्राइक रेट 2.5 है, कभी-कभी उनका स्ट्राइक रेट 4 रन प्रति बॉल होता है. टी20 में क्रिकेट के खेल में यही वास्तविक गेम चेंजिंग प्रभाव है. यह पूरी तरह से एक अलग कौशल है'.