कोलकाता : आरजी कर विवाद को लेकर विरोध प्रदर्शन जोर पकड़ रहे हैं. आम लोग ही नहीं, मशहूर हस्तियां भी विरोध प्रदर्शन में हिस्सा ले रही हैं. पूर्व भारतीय कप्तान और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने स्पष्ट किया कि उनकी पिछली टिप्पणियों को गलत संदर्भ में लिया गया.
गांगुली ने कहा था, 'पश्चिम बंगाल को एक घटना के आधार पर नहीं आंका जाना चाहिए. इससे विभिन्न क्षेत्रों में विवाद खड़ा हो गया था. अब उन्होंने फिर से अपनी स्थिति स्पष्ट की और कहा कि उनकी टिप्पणियों का गलत अर्थ निकाला गया. गांगुली ने कहा, 'पिछले रविवार को मैंने इस बारे में बात की थी. मुझे नहीं पता कि मेरे बयान की क्या व्याख्या की गई. यह एक भयानक घटना ह. दोषियों को ऐसी सजा मिलनी चाहिए कि भविष्य में कोई भी ऐसा न कर सके.
उन्होंने आगे कहा, जांच चल रही है. मुझे उम्मीद है कि दोषियों की पहचान की जाएगी और उन्हें सजा दी जाएगी. जिस तरह से लोग विरोध कर रहे हैं, अगर यह घटना दुनिया में कहीं भी होती, तो लोग इसी तरह चिल्लाते. गांगुली ने आगे कहा, 'डॉक्टरों को भी अलग-अलग पहलुओं के बारे में सोचना चाहिए क्योंकि बहुत से लोग डॉक्टरों की ओर देखते हैं. बिना इलाज के, कई बीमार लोग पीड़ित होते हैं.
गांगुली ने पिछले रविवार को एक बहुराष्ट्रीय कंपनी के समारोह में भाग लिया और आरजी कर मामले पर अपने सख्त रुख के बारे में बात की. लेकिन उनके पूरे भाषण को लेकर सोशल मीडिया पर आलोचना शुरू हो गई. गांगुली बिस्वा-बांग्ला कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होकर आरजी कार का मुद्दा फिर उठाएंगे.
उन्होंने कहा, 'बहुत दुर्भाग्यपूर्ण, सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. यह घटना भयानक है... वाकई बहुत डरावनी है... हर जगह सबकुछ संभव है. इसलिए सुरक्षा व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरे उसी हिसाब से तैयार होने चाहिए. यह घटना कहीं भी हो सकती है. सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. बहुत मेहनत की गई है.
उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि हर चीज का आकलन एक अलग घटना से किया जाना चाहिए. ऐसा सोचने की कोई गुंजाइश नहीं है कि हर चीज या हर कोई इसके लिए सुरक्षित नहीं है. ऐसी दुर्घटनाएं पूरी दुनिया में होती हैं. इसलिए यह सोचना गलत है कि लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं. सिर्फ पश्चिम बंगाल में ही नहीं, बल्कि पूरे भारत में महिलाएं सुरक्षित हैं. हम जहां रहते हैं, वह सबसे अच्छी जगह है. किसी एक घटना से किसी का आकलन नहीं किया जाना चाहिए.