नई दिल्ली : रमेशबाबू प्रज्ञानंद ने स्टावेंजर 2024 में नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट के तीसरे दौर के दौरान क्लासिकल गेम में पहली बार दुनिया के नंबर 1 जीएम मैग्नस कार्लसन को हराया. उनकी इस जीत के बाद भारतीय फैंस उनकी इस उपलब्धि पर काफी खुश हुए और सोशल मीडिया पर बधाई देने लगे. 18 वर्षीय भारतीय ग्रैंडमास्टर ने कार्लसन को उनके घरेलू मैदान पर सफेद मोहरों पर हराया, और 5.5 अंकों के साथ अकेले लीडर बनकर उभरे.
कार्लसन और प्रज्ञानंद ने इस प्रारूप में अपने पिछले तीन मुकाबलों में ड्रॉ खेला था, जिनमें से दो 2023 विश्व कप फाइनल में थे. बुधवार की रात, 18 वर्षीय भारतीय ग्रैंडमास्टर ने कार्लसन को जोखिम भरे खेल में हराकर इतिहास रचा. कार्लसन के राजा को सुरक्षित ठिकाना नहीं मिल सकने की वजह से उन्होंने कैसल नहीं किया और आखिर में वह मुकाबला हार गए.
प्रज्ञानंद की विश्व नंबर 1 नॉर्वे के खिलाड़ी पर जीत के बाद, सोशल मीडिया पर बधाई संदेशों की बाढ़ आ गई. एक्स पर एक प्रशंसक ने लिखा, 'भारत से नवीनतम वैश्विक सनसनी
एक अन्य यूजर ने लिखा कि 'इस मन को झकझोर देने वाली अच्छी खबर के साथ जागना. भारत के 18 वर्षीय शतरंज खिलाड़ी #प्रैगनानंद ने क्लासिकल गेम में पहली बार विश्व नंबर 1 मैग्नस कार्लसन को हराने में कामयाबी हासिल की.
एक अन्य प्रशंसक ने लिखा कि 'यह जीत वाकई खास है, कार्लसन को उनके घर में हराना कोई छोटी उपलब्धि नहीं है.
एक अन्य यूजर ने लिखा कि 'यह वह है जो भारत को गौरवान्वित कर रहा है. वह एक हीरो है, ओह नहीं, वह एक चैंपियन है! प्रैगनानंद को बहुत-बहुत बधाई! यह वह गेम है जो उसने मैग्नस कार्लसन के खिलाफ खेला और जीता