हैदराबाद : प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) 2024 का पहला चरण अभी यहां गाचीबाउली इंडोर स्टेडियम, हैदराबाद में खेला जा रहा है. पीकेएल के मौजूदा 11वें सीजन में शामिल सभी 12 टीमें अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं. इस बीच प्रो कबड्डी लीग के दिग्गज, स्टार स्पोर्ट्स के कबड्डी एक्सपर्ट राहुल चौधरी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की है.
बता दें कि, राहुल चौधरी को भारतीय कबड्डी का 'पोस्टर बॉय' कहा जाता है और दुनिया में वह 'रेडर किंग' के नाम से मशहूर हैं. राहुल के नाम, प्रो कबड्डी लीग के इतिहास में दूसरे सबसे ज्यादा रेड प्वाइंट्स हासिल करने का रिकॉर्ड भी है और कबड्डी जगत में वह एक विशेष पहचान रखते हैं. ईटीवी भारत को दिए इस एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में राहुल ने डिफेंडर से रेडर बनने के साथ-साथ आर्मी की जगह एयर इंडिया ज्वाइंन करने के पीछे के कारण का भी खुलासा किया है.
कौन तोड़ सकता है परदीप नरवाल का रिकॉर्ड ?
कबड्डी दिग्गज राहुल चौधरी को लगता है कि परदीप नरवाल, जो पीकेएल के इतिहास में सबसे ज्यादा रेड प्वाइंट्स बनाने वाले खिलाड़ी हैं उनका यह रिकॉर्ड टूट सकता है. उन्होंने कहा, 'नवीन एक्सप्रेस, पवन सहरावत, अर्जुन देसवाल और आशु मलिक ये 4-5 खिलाड़ी ऐसे खिलाड़ी हैं, जो युवा हैं और अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, ये सभी अभी 8-10 साल खेलेंगे और ये एक अलग ही रिकॉर्ड बनाकर जा सकते हैं '
पहले ओल्ड खिलाड़ी थे अब सभी युवा हैं
प्रो कबड्डी लीग के पहले सीजन से अभी तक हुए बदलावों पर बोलते हुए, कबड्डी दिग्गज राहुल चौधरी ने कहा, 'सीजन 1 से सीजन 10 तक काफी बदलाव हुए हैं. पहले सीजन में डू और डाई नहीं थी, बाद में इसके आने से गेम काफी मजेदार हो गया है. पहले खिलाड़ियों मे इतनी ज्यादा स्पीड नहीं थी, जितनी अभी के खिलाड़ियों में हैं. पहले ओल्ड (सीनीयर) प्लेयर्स ज्यादा थे, लेकिन अभी सभी युवा खिलाड़ी खेल रहे हैं. 20 से साल 22 के लड़के हैं, जो बहुत अच्छा कर रहे हैं.
पुनेरी पलटन और जयपुर पिंक पैंथर्स के बीच होगा फाइनल
पीकेएल के 9वें सीजन में अपनी कप्तानी में जयपुर पिंक पैंथर्स को चैंपियन बनाने वाले राहुल चौधरी का मानना है कि मौजूदा 11वें सीजन में इतिहास दोबारा दोहराया जाएगा. राहुल ने बड़ी भविष्यवाणी करते हुए कहा है कि, 'प्रो कबड्डी लीग के मौजूदा 11वें सीजन में एक बार फिर 9वें सीजन की तरह पुनेरी पलटन और जयपुर पिंक पैंथर्स के बीच फाइनल मुकाबला खेला जाएगा'.
प्रो कबड्डी लीग का भविष्य उज्जवल
स्टार स्पोर्टस के कबड्डी एक्सपर्ट, राहुल चौधरी का मानना है कि प्रो कबड्डी लीग का भविष्य उज्जवल है. उन्होंने कहा, पीकेएल ऐसी लीग है, जो एक साल में दो-दो बार भी आयोजित हुई है. इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के बाद अगर कोई लीग सीजन 10 करा चुकी है, वह प्रो कबड्डी लीग ही है, जो अपने आप में एक बड़ी कामयाबी है'.
तेलुगु फैंस के लिए दिल में अलग जगह
पीकेएल के पहले सीजन से छठे सीजन तक तेलुगु टाइटन्स का प्रतिनिधित्व करने वाले स्टार रेडर राहुल चौधरी ने कहा कि मेरे दिल में तेलुगु फैंस के लिए एक अलग जगह है. उन्होंने कहा, जबसे मैंने खेलना शुरू किया और जब तक में खेलूंगा या नहीं भी खेलूंगा मेरे दिल में उनके लिए एक अलग जगह रहेगी वह मेरे डाई हार्ड फैंस हैं. वह मुझे बहुत ज्यादा प्यार करते हैं. मैं बस उनसे यही कहना चाहूंगा कि वह मेरे लिए और कबड्डी के लिए अपना प्यार बरकरार रखें.
ओपनिंग सेरेमनी का किस्सा किया शेयर
राहुल चौधरी ने तेलुगु फैंस के अपने प्रति प्यार को बताने के लिए हाल ही में प्रो कबड्डी लीग 2024 की ओपनिंग सेरेमनी के दौरान के एक किस्से को शेयर किया. उन्होंने कहा, ओपनिंग सेरेमनी में कार्तिक आर्यन और विद्या बालन जैसे बड़े बॉलीवुड स्टार आए थे, लेकिन वहां तेलुगु फैंस ने मेरे लिए जो प्यार दिखाया, जो मेरे लिए उनका प्यार है वह मुझे एक अलग ही अनुभव महसूस कराता है.
फ्री फ्लाइट्स के लिए ऑर्मी का ऑफर ठुकराकर ज्वाइंन की एयर इंडिया
राहुल चौधरी ने बताया कि होता यह है कि आर्मी में अगर आप जाते हैं, जो वहां बॉन्ड साइन किया जाता है, जिसके बाद आप उसे 3-4 साल तक नहीं छोड़ सकते हो, चाहे आप कितना अच्छा खेल लो. वहीं, एयर इंडिया की टीम में अनूप कुमार और अजय ठाकुर जैसे बड़े-बड़े स्टार थे, बड़ी टीम थी.
वहीं, दूसरे बड़ी बात यह थी कि पहले हम की फ्लाइट में बैठे नहीं थे. वहां यह अच्छा था कि कहीं भी अगर टीम जाती थी तो फ्लाइट से जाती थी. हमारे लिए फ्लाइट्स फ्री थी. हम बस सर से बोलकर कहीं भी फ्री में चले जाते थे. वो बहुत ही अच्छा था कि फ्लाइट से आना-जाना. इससे एक अलग ही स्टेटस बनता था.
कैसे बने बड़े डिफेंडर से एक स्टार रेडर ?
अपने कबड्डी करियर की शुरुआत एक डिफेंडर के रूप में करने वाले राहुल चौधरी बाद में एक स्टार रेडर बनकर उभरे. इस पर बोलते हुए उन्होंने कहा, मैं साई गांधीनगर में रहा था. वहां हमारे कोच के जयवीर शर्मा जी, वहां मेरे से काफी ज्यादा सीनियर खिलाड़ी थे. मेरा तीसरे-चौथे नंबर पर कॉर्नर पर नंबर आता था. फिर मैंने रेडिंग स्टार्ट कर दी और धीरे-धीरे मैंने और कोच साहब ने इसी में मेहनत करनी शुरू कर दी. फिर 1-2 टूर्नामेंट में रेडर के रूप में मेरा प्रदर्शन काफी शानदार रहा. फिर तब से अब तक मैं रेड ही मार रहा हूं.