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योगेश्वर दत्त को कुश्ती में 3 मेडल्स की आस, जानिए किन पहलवानों पर लगाया दांव - Paris Olympics 2024

Paris Olympics 2024 : भारतीय पहलवान कुश्ती में भारत को दो से ज्यादा मेडल दिला सकते हैं. ऐसे भारत के पूर्व रेसलर योगश्वर दत्त का मानना है. पेरिस ओलंपिक 2024 की शुरुआत से पहले उन्होंने भारतीय पहलवानों पर भरोसा जताया है. पढ़िए पूरी खबर...

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By IANS

Published : Jul 22, 2024, 4:10 PM IST

Yogeshwar Dutt
योगेश्वर दत्त (IANS PHOTOS)

फरीदाबाद (हरियाणा): भारत के 2012 रियो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त को पूरा भरोसा है कि भारतीय कुश्ती में दो या दो से अधिक पदक जीतेंगे. भारत ने विभिन्न श्रेणियों में पेरिस ओलंपिक के लिए छह कोटा हासिल किए हैं. विनेश फोगट (महिला 50 किग्रा), अंशु मलिक (महिला 57 किग्रा), निशा दहिया (महिला 68 किग्रा), रीतिका हुड्डा (महिला 76 किग्रा), अंतिम पंघाल (महिला 53 किग्रा) और अमन सेहरावत (पुरुष 57 किग्रा) भारत के लिए कुश्ती में उतरने वाले हैं.

Indian wrestler Yogeshwar Dutt
भारतीय पहलवान योगेश्वर दत्त (IANS PHOTOS)

योगेश्वर दत्त ने ‘ग्लोरी ऑफ फाइव रिंग्स’ इवेंट के बाद आईएएनएस से कहा, 'हम अकेले कुश्ती में दो या तीन पदक जीत सकते हैं. कुश्ती ने पिछले चार ओलंपिक इवेंट में भारत के लिए पदक जीते हैं, इसलिए इस बार भी भारतीय पहलवान ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन करेंगे. अमन एकमात्र पुरुष पहलवान है और मुझे पूरी उम्मीद है कि वह इस वर्ग में पदक जीतेगा. हमारे पास पांच महिला पहलवान भी हैं, जिनमें से मुझे तीन पदक की उम्मीद है'.

अंतिम पंघाल और अमन सेहरावत को 26 जुलाई से पेरिस में शुरू होने वाले आगामी 2024 ओलंपिक खेलों में अपने-अपने भार वर्ग में चौथी और छठी वरीयता दी गई है. ओलंपिक में पहली बार वरीयता दी जाएगी, जिसमें प्रत्येक भार वर्ग में शीर्ष आठ पहलवानों को मौका मिलेगा. दो बार की ओलंपियन और देश की पदक की संभावना विनेश फोगट को पेरिस 2024 में महिलाओं की 50 किग्रा फ्रीस्टाइल श्रेणी में वरीयता नहीं दी जाएगी.

2023 विश्व चैंपियनशिप, 2024 कॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप, 2024 ज़ाग्रेब ओपन रैंकिंग सीरीज़ और 2024 हंगेरियन रैंकिंग सीरीज़ में पहलवानों के प्रदर्शन के आधार पर वरीयता दी गई. इससे पहले, 7 सदस्यीय चयन समिति ने पेरिस ओलंपिक के लिए कोई ट्रायल नहीं कराने का फैसला किया था, क्योंकि कई कोटा पहलवानों ने इसका विरोध किया था. ट्रायल नहीं कराने के डब्ल्यूएफआई के फैसले के बारे में पूछे जाने पर दत्त ने कहा कि कोटा हासिल करने वाले खिलाड़ी के लिए राष्ट्रीय ट्रायल की कोई जरूरत नहीं है.

Wrestler (Wrestling)
पहलवान (कुश्ती) (ह)

योगेश्वर दत्त ने आगे कहा, 'मेरा मानना ​​है कि अगर किसी खिलाड़ी ने पहले ही इवेंट के लिए कोटा हासिल कर लिया है तो ट्रायल की कोई जरूरत नहीं है. यह नियम काफी पुराना है और इसे ऐसे ही जारी रहना चाहिए'. .

सुशील कुमार ने कोटा के जरिए तीन ओलंपिक इवेंट के लिए क्वालीफाई किया और मैंने कोटा के जरिए चार ओलंपिक इवेंट के लिए क्वालीफाई किया, इसलिए ट्रायल की कोई जरूरत नहीं है. अपनी वरीयता के साथ, एंटिम को पदक राउंड तक अपनी प्रतिद्वंद्वी और दो बार की विश्व चैंपियन जापान की अकारी फुजिनामी, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की कियानयू पैंग, जिन्होंने टोक्यो 2020 में रजत पदक जीता था, और स्वीडन की एम्मा माल्मग्रेन, जिन्होंने दो यूरोपीय खिताब जीते थे, का सामना नहीं करना पड़ेगा. हालांकि, वह सेमीफाइनल में इक्वाडोर की लूसिया येपेज़ से भिड़ सकती हैं, जो पिछले साल विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता हैं.

इस बीच 2023 एशियाई चैंपियन और 2022 अंडर-23 विश्व चैंपियन अमन पदक दौर शुरू होने से पहले जापान के री हिगुची या आर्मेनिया के आर्सेन हारुत्युनियन से खेल सकते हैं. हिगुची रियो 2016 के रजत पदक विजेता और 2022 के विश्व चैंपियन हैं. अमन जून में हंगरी रैंकिंग सीरीज़ में उनसे हार गए थे, जबकि आर्सेन हारुत्युनियन ने 2023 विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था. बाकी चार भारतीय पहलवान पेरिस 2024 में बिना वरीयता के होंगे. पेरिस में महिला फ़्रीस्टाइल कुश्ती शुरू होने से एक दिन पहले उन्हें बेतरतीब ढंग से ब्रैकेट में रखा जाएगा.

पेरिस 2024 ओलंपिक में कुश्ती में 18 पदक स्पर्धाओं में प्रतिस्पर्धा होगी, जिनमें से छह पुरुष फ़्रीस्टाइल, महिला फ़्रीस्टाइल और ग्रीको-रोमन में होंगी. इनमें से प्रत्येक स्पर्धा में सोलह पहलवान प्रतिस्पर्धा करेंगे. दत्त ने निष्कर्ष निकाला, 'सभी पहलवानों को मेरी सलाह है कि दबाव को मैट के बाहर छोड़ दें और अपनी क्षमता के अनुसार प्रदर्शन करें'.

ये खबर भी पढ़ें : भारतीय पहलवानों से होगी मेडल की उम्मीद, जानिए कुश्ती का इतिहास और कैसा रहा ओलंपिक में भारत का प्रदर्शन

फरीदाबाद (हरियाणा): भारत के 2012 रियो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त को पूरा भरोसा है कि भारतीय कुश्ती में दो या दो से अधिक पदक जीतेंगे. भारत ने विभिन्न श्रेणियों में पेरिस ओलंपिक के लिए छह कोटा हासिल किए हैं. विनेश फोगट (महिला 50 किग्रा), अंशु मलिक (महिला 57 किग्रा), निशा दहिया (महिला 68 किग्रा), रीतिका हुड्डा (महिला 76 किग्रा), अंतिम पंघाल (महिला 53 किग्रा) और अमन सेहरावत (पुरुष 57 किग्रा) भारत के लिए कुश्ती में उतरने वाले हैं.

Indian wrestler Yogeshwar Dutt
भारतीय पहलवान योगेश्वर दत्त (IANS PHOTOS)

योगेश्वर दत्त ने ‘ग्लोरी ऑफ फाइव रिंग्स’ इवेंट के बाद आईएएनएस से कहा, 'हम अकेले कुश्ती में दो या तीन पदक जीत सकते हैं. कुश्ती ने पिछले चार ओलंपिक इवेंट में भारत के लिए पदक जीते हैं, इसलिए इस बार भी भारतीय पहलवान ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन करेंगे. अमन एकमात्र पुरुष पहलवान है और मुझे पूरी उम्मीद है कि वह इस वर्ग में पदक जीतेगा. हमारे पास पांच महिला पहलवान भी हैं, जिनमें से मुझे तीन पदक की उम्मीद है'.

अंतिम पंघाल और अमन सेहरावत को 26 जुलाई से पेरिस में शुरू होने वाले आगामी 2024 ओलंपिक खेलों में अपने-अपने भार वर्ग में चौथी और छठी वरीयता दी गई है. ओलंपिक में पहली बार वरीयता दी जाएगी, जिसमें प्रत्येक भार वर्ग में शीर्ष आठ पहलवानों को मौका मिलेगा. दो बार की ओलंपियन और देश की पदक की संभावना विनेश फोगट को पेरिस 2024 में महिलाओं की 50 किग्रा फ्रीस्टाइल श्रेणी में वरीयता नहीं दी जाएगी.

2023 विश्व चैंपियनशिप, 2024 कॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप, 2024 ज़ाग्रेब ओपन रैंकिंग सीरीज़ और 2024 हंगेरियन रैंकिंग सीरीज़ में पहलवानों के प्रदर्शन के आधार पर वरीयता दी गई. इससे पहले, 7 सदस्यीय चयन समिति ने पेरिस ओलंपिक के लिए कोई ट्रायल नहीं कराने का फैसला किया था, क्योंकि कई कोटा पहलवानों ने इसका विरोध किया था. ट्रायल नहीं कराने के डब्ल्यूएफआई के फैसले के बारे में पूछे जाने पर दत्त ने कहा कि कोटा हासिल करने वाले खिलाड़ी के लिए राष्ट्रीय ट्रायल की कोई जरूरत नहीं है.

Wrestler (Wrestling)
पहलवान (कुश्ती) (ह)

योगेश्वर दत्त ने आगे कहा, 'मेरा मानना ​​है कि अगर किसी खिलाड़ी ने पहले ही इवेंट के लिए कोटा हासिल कर लिया है तो ट्रायल की कोई जरूरत नहीं है. यह नियम काफी पुराना है और इसे ऐसे ही जारी रहना चाहिए'. .

सुशील कुमार ने कोटा के जरिए तीन ओलंपिक इवेंट के लिए क्वालीफाई किया और मैंने कोटा के जरिए चार ओलंपिक इवेंट के लिए क्वालीफाई किया, इसलिए ट्रायल की कोई जरूरत नहीं है. अपनी वरीयता के साथ, एंटिम को पदक राउंड तक अपनी प्रतिद्वंद्वी और दो बार की विश्व चैंपियन जापान की अकारी फुजिनामी, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की कियानयू पैंग, जिन्होंने टोक्यो 2020 में रजत पदक जीता था, और स्वीडन की एम्मा माल्मग्रेन, जिन्होंने दो यूरोपीय खिताब जीते थे, का सामना नहीं करना पड़ेगा. हालांकि, वह सेमीफाइनल में इक्वाडोर की लूसिया येपेज़ से भिड़ सकती हैं, जो पिछले साल विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता हैं.

इस बीच 2023 एशियाई चैंपियन और 2022 अंडर-23 विश्व चैंपियन अमन पदक दौर शुरू होने से पहले जापान के री हिगुची या आर्मेनिया के आर्सेन हारुत्युनियन से खेल सकते हैं. हिगुची रियो 2016 के रजत पदक विजेता और 2022 के विश्व चैंपियन हैं. अमन जून में हंगरी रैंकिंग सीरीज़ में उनसे हार गए थे, जबकि आर्सेन हारुत्युनियन ने 2023 विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था. बाकी चार भारतीय पहलवान पेरिस 2024 में बिना वरीयता के होंगे. पेरिस में महिला फ़्रीस्टाइल कुश्ती शुरू होने से एक दिन पहले उन्हें बेतरतीब ढंग से ब्रैकेट में रखा जाएगा.

पेरिस 2024 ओलंपिक में कुश्ती में 18 पदक स्पर्धाओं में प्रतिस्पर्धा होगी, जिनमें से छह पुरुष फ़्रीस्टाइल, महिला फ़्रीस्टाइल और ग्रीको-रोमन में होंगी. इनमें से प्रत्येक स्पर्धा में सोलह पहलवान प्रतिस्पर्धा करेंगे. दत्त ने निष्कर्ष निकाला, 'सभी पहलवानों को मेरी सलाह है कि दबाव को मैट के बाहर छोड़ दें और अपनी क्षमता के अनुसार प्रदर्शन करें'.

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