नई दिल्ली : पेरिस ओलंपिक में आज भारत की सबसे सफल पहलवानों में से एक विनेश फोगाट एक्शन में होगी. विनेश तीसरी बार ओलंपिक में भाग ले रही हैं, वह 50 किग्रा स्पर्धा नें भाग लेंगी. भारत को उम्मीद है कि विनेश इस बार भारत को पदक दिलाकर अपना भी ओलंपिक में पदक का खाता खोलेंगी.
विनेश ने इस बार ओलंपिक में क्वालीफाई करने के लिए कड़ी मेहनत की है क्योंकि, 53 किग्रा वर्ग में अंतिम पंघाल के क्वालीफाई करने के कारण उन्हें अपना वजन वर्ग 53 किग्रा से घटाकर 50 किग्रा करना पड़ा. विनेश का दृढ़ संकल्प और अनुकूलनशीलता ही उन्हें इस बार भी यहां तक लेकर आई है.
क्वालीफायर में उनका प्रदर्शन और भी शानदार रहा, क्योंकि यह 2022 विश्व चैंपियनशिप के बाद उनकी पहली अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता थी, जहां उन्होंने 53 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता था. हाल ही में, विनेश फोगट ने 6 जुलाई को स्पेनिश ग्रैंड प्रिक्स में स्वर्ण पदक जीता, फाइनल में मारिया तिमेरेकोवा को 10-5 से हराकर अपने ओलंपिक 2024 अभियान के लिए एकदम सही तैयारी की.
विनेश फोगाट का इस ओलंपिक में पहला मुकाबला ही कड़ा होने वाला है. उनका पहला मुकाबला जापान की युई सुसाकी से होगा, जो 50 किग्रा वर्ग में हाल के समय की सर्वश्रेष्ठ पहलवानों में से एक हैं और उन्होंने आज तक एक भी अंतरराष्ट्री मुकाबला नहीं हारा है. इसके अलावा वह गत ओलंपिक की चैंपियन भी हैं और उन्होंने बिना एक भी अंक गवाए स्वर्ण पदक भी हासिल किया था. ऐसे में विनेश के लिए यह मुकाबला काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है.
सुसाकी ने हमेशा बड़ी स्पर्धाओं में भाग लिया है, उनमें एक भी रजत पदक नहीं जीता है, और ऐसा इसलिए है क्योंकि यूई सुसाकी ने 2020 टोक्यो ओलंपिक, 2017, 2018, 2022 और 2023 विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीते हैं. सुसाकी पेरिस में भी स्वर्ण पदक जीतने की प्रबल दावेदार है.
सुसाकी की सबसे उल्लेखनीय उपलब्धि 2020 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में महिलाओं की 50 किलोग्राम स्पर्धा में एक भी अंक गंवाए बिना स्वर्ण पदक जीतना है. उन्होंने U23 और सीनियर विश्व चैंपियनशिप सहित कई विश्व चैंपियनशिप जीती हैं, और दुनिया की पहली कुश्ती ग्रैंड स्लैम हासिल की है.