नई दिल्ली : नॉर्वेजियन ग्रैंडमास्टर मैग्नस कार्लसन ने वर्ल्ड ब्लिट्ज चैंपियनशिप 2024 के फाइनल से इयान नेपोमनियाचची के साथ बैकस्टेज चैट वीडियो सामने आने के बाद मैच फिक्सिंग के आरोपों से इनकार किया है.
वीडियो में दिखाया गया है कि दो प्रसिद्ध ग्रैंडमास्टर इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि अगर खिताब साझा करने का उनका प्रस्ताव खारिज कर दिया जाता है तो ड्रॉ लागू करने की संभावना है. वायरल क्लिप ने शतरंज समुदाय के भीतर विवाद को जन्म दिया, जिससे प्रशंसकों और परिवार ने इस घटना पर सवाल उठाए.
इसके कारण कार्लसन सामने आए और स्पष्ट किया कि उनकी टिप्पणी मजाक में की गई थी और चैंपियनशिप की अखंडता को कम करने के किसी भी प्रयास को नहीं दर्शाती है.
कार्लसन ने गुरुवार, 2 जनवरी को अपने एक्स हैंडल पर लिखा, 'मैंने अपने करियर में कभी भी ड्रॉ की पूर्व व्यवस्था नहीं की है'. उन्होंने आगे लिखा, 'वीडियो में, मैं इयान के साथ निर्णायक टाईब्रेक नियमों की कमी की स्थिति में मजाक कर रहा हूं. यह स्पष्ट रूप से FIDE को प्रभावित करने का प्रयास नहीं था. यह इस भावना से कहा गया था कि मुझे लगा कि FIDE हमारे प्रस्ताव से सहमत होगा. यदि कुछ भी हो, तो स्थिति की गंभीरता को देखते हुए यह एक बुरा मज़ाक था'.
I’ve never prearranged a draw in my career. In the video I’m joking with Ian in a situation with lacking decisive tiebreak rules. This was obviously not an attempt to influence FIDE. It was said in the spirit that I thought FIDE would agree to our proposal. If anything it was a… https://t.co/5y6cGwmzGf
— Magnus Carlsen (@MagnusCarlsen) January 1, 2025
नॉर्वेजियन जीएम ने मैच की गुणवत्ता का बचाव करते हुए कहा, 'मुझे लगता है कि मैच ने ही दो खिलाड़ियों को उच्च-स्तरीय शतरंज खेलते हुए दिखाया, जो समान रूप से मेल खाते थे और दोनों ही जीत के हकदार थे'.
बता दें किए मैच फिक्सिंग के लेकर यह विवाद 31 दिसंबर, 2024 को शुरू हुआ, जब कार्लसन और नेपोमनियाचची ने विश्व ब्लिट्ज चैंपियनशिप में खिताब साझा करने वाली पहली जोड़ी बनकर इतिहास रच दिया. फाइनल मुकाबला 7 राउंड के बाद बराबरी पर समाप्त हुआ. FIDE द्वारा अप्रूव किए गए इस अभूतपूर्व निर्णय ने पहली बार खिताब को संयुक्त रूप से प्रदान किया, लेकिन प्रशंसकों और खिलाड़ियों ने समान रूप से इसकी तीखी आलोचना की.