नई दिल्ली: टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन चेक गणराज्य में ग्रैंड प्रिक्स उस्ती नाद लाबेम में महिलाओं की 75 किग्रा स्पर्धा में चीन की ली कियान से हार गईं. पेरिस ओलंपिक के लिए जाने वाली बोरगोहेन शनिवार देर रात मौजूदा एशियाई खेलों की चैंपियन के खिलाफ अपने अंतिम मुकाबले में 2-3 के अंतर हार गईं. इस मैच में लवलीन ने शानदार खेल दिखाया लेकिन वो जीत हासिल नहीं कर पाईं और सिर्फ एक अंक से मैच हार गईं. ऐसे समय पर उन्होंने गेम को बराबरी पर रखा था लेकिन अंत में वो अपने लचर प्रदर्शन के चलते हार गईं.
कियान, जो दो बार की ओलंपिक पदक विजेता हैं और उनके नाम एक स्वर्ण सहित तीन विश्व चैंपियनशिप पदक हैं. उन्होंने पिछले साल एशियाई खेलों के शिखर मुकाबले में बोरगोहेन को हराया था. विश्व मुक्केबाजी के तत्वावधान में आयोजित इस टूर्नामेंट में महिलाओं के 75 किग्रा वर्ग में चार मुक्केबाज शामिल थीं. बोरगोहेन, रिफ्यूजी बॉक्सिंग टीम की सिंडी नगाम्बा, कियान और इंग्लैंड की चैंटल रीड - और यह राउंड रॉबिन प्रारूप में आयोजित किया जा रहा है.
बोरगोहेन ने टूर्नामेंट में केवल एक जीत हासिल की, अपने तीन मुकाबलों में से दो में हार गईं. असम की इस मुक्केबाज ने इंग्लैंड की चैंटल रीड के खिलाफ अपने पहले मुकाबले में कड़े मुकाबले में विभाजित निर्णय से जीत दर्ज की थी, लेकिन बाद में उन्हें नगाम्बा और कियान से हार का सामना करना पड़ा. 26 वर्षीय मुक्केबाज जो इस टूर्नामेंट में भाग लेने वाली एकमात्र भारतीय हैं, दूसरे ओलंपिक पदक की तैयारी कर रही हैं, वह पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली छह भारतीय मुक्केबाजों में से एक हैं.