राजकोट: भारत की इंग्लैंड के खिलाफ 434 रन की शानदार जीत में अपने हरफनमौला प्रदर्शन से प्लेयर ऑफ द मैच बने आलराउंडर रवींद्र जडेजा का अहम योगदान रहा. उन्होंने इस मैच में बल्ले और गेंद से शानदार प्रदर्शन किया, जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब दिया गया. उन्होंने इंग्लैंड को जब जीत के लिए 557 रनों की जरूरत थी तब उनके 5 बल्लेबाजों के पवेलियन भेज दिया और भारत को टेस्ट क्रिकेट के इतिहास की सबसे बड़ी जीत दिला दी.
इस जीत के बाद जडेजा ने प्रेजेंटेशन के समय कहा कि, 'इस विकेट पर आपको आसानी से विकेट नहीं मिलेंगे, यहां आपको मेहनत करनी होगी. आपको विकेट लेने के लिए मेहनत करनी होगी, सही एरिया में गेंद करनी होगी. हम 33 पर तीन थे तो जब मैं आया तो मैंने रोहित के साथ साझेदारी बढ़ाने की सोची. यह मुश्किल स्थिति थी, मैं बस अपनी ताकत पर विश्वास कर रहा था, अपने शॉट खेल रहा था, अधिक कुछ नहीं सोच रहा था. इस विकेट के बारे में मैं जानता हूं, जब पहले बल्लेबाजी होती है तो गेंद अच्छे से बल्ले पर आती है लेकिन बाद में गेंद टर्न लेती है. जब रोहित ने टॉस जीता तो मुझे बहुत अच्छा लगा'.
इस मैच में गेंद और बल्ले के साथ जडेजा का प्रदर्शन अच्छा रहा. उन्होंने पहले 112 रनों की शतकीय पारी खेली और फिर दूसरी पारी में 5 विकेट भी हासिल किए. इस मैच की दोनों पारी मिलाकर उन्होंने कुल 6 विकेट हासिल किए. इस शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें अपने घरेलू मैदान पर प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया.