नई दिल्ली : ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआईएफएफ) ने अनवर अली पर चार महीने का प्रतिबंध लगाया है. यह सजा भारतीय फुटबॉलर द्वारा इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) क्लब मोहन बागान सुपर जायंट्स (एमबीएसजी) के साथ अपने चार साल के डील को अनुचित तरीके से खत्म करने के बाद दी गई है. एमबीएसजी को 12.90 करोड़ रुपए का मुआवजा भी मिलेगा.
दोनों क्लब ईस्ट बंगाल और उनके पैरेंट क्लब दिल्ली एफसी को दो ट्रांसफर विंडो के लिए नए खिलाड़ियों को साइन करने से प्रतिबंधित कर दिया गया है. इसके अलावा, तीन पक्षों - अनवर अली, ईस्ट बंगाल और दिल्ली एफसी को मोहन बागान को मुआवजा देना होगा.
ऑफ-सीजन के दौरान, अनवर ने एमबीएसजी के साथ अपना करार एकतरफा तरीके से खत्म कर दिया और चिर प्रतिद्वंद्वी ईस्ट बंगाल के साथ नया करार किया. लेकिन, एमबीएसजी ने दावा किया कि वह उनका अपना खिलाड़ी है क्योंकि वह दिल्ली एफसी से टीम में आने के बाद चार साल के लोन डील के लिए सहमत हो गया था.
इसके बाद तीनों पक्षों ने कानूनी रास्ता अपनाया और जटिल स्थिति का समाधान प्रदान करने के लिए एआईएफएफ की प्लेयर्स स्टैच्यू कमेटी (पीएससी) से संपर्क किया.
पीएससी ने मंगलवार को अपने फैसले में कहा, 'अनवर अली चार महीने का खेल प्रतिबंध झेलेंगे, जबकि ईस्ट बंगाल और दिल्ली एफसी जनवरी ट्रांसफर विंडो से शुरू होने वाले दो ट्रांसफर विंडो प्रतिबंध का सामना करेंगे. तीनों पक्षों- अनवर अली, दिल्ली एफसी और ईस्ट बंगाल - को मोहन बागान को मुआवजे के तौर पर 12.90 करोड़ रुपये देने होंगे'.
अनवर ने हाल ही में इंटरकॉन्टिनेंटल कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया, जहां उन्होंने मॉरीशस और सीरिया के खिलाफ मैच खेला. टीम ने पूर्व के खिलाफ ड्रॉ खेला जबकि बाद वाले के खिलाफ हार गई.