हैदराबाद: देश में आज रामनवमी का पावन पर्व बहुत ही उल्लास के साथ मनाया जा रहा है. ऐसी मान्यता है कि चैत्र नवरात्रि की नवमी को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का जन्म हुआ था. शास्त्रों में उल्लेख है कि नवमी तिथि की दोपहर 12 बजे भगवान श्रीराम ने अवतरण लिया था. इस मौके पर तमाम पूजा-पाठ किए जाते हैं. जिससे पुण्य की प्राप्ति हो. श्रद्धालु पूरे नौ दिन मां भगवती का व्रत रखकर नवमी मनाते हैं. वहीं, इस दिन कुछ ऐसे भी कार्य होते हैं, जिनको करने की मनाही होती है. आइये जानते हैं वे कौन से कार्य हैं जिनको करने से जातकों को बचना चाहिए.
बता दें, रामनवमी के दिन कुछ कार्यों को करना मना होता है. अगर वे कार्य करेंगे तो इसके दुष्परिणाम भुगतने पड़ते हैं.
- सात्विकता बनाए रखें
रामनवमी के पावन अवसर पर सभी भक्तजनों को सात्विकता बनाए रखनी चाहिए. नौ दिनों का व्रत रखकर भगवान श्रीराम की विधिवत पूजा करें और दिन भर उनके मंत्रों का जाप करें. ऐसा करने से भगवान श्रीराम की असीम कृपा मिलती है. - तामसिक भोजन का परहेज
पूरे नौ दिनों के व्रत और रामनवमी के दिन जो भी फलाहार बने उसमें किसी भी प्रकार की तामसिक चीजों का प्रयोग नहीं करना चाहिए. इस पावन पर्व पर तामसिक भोजन जैसे प्याज, लहसुन, मांस- मदिरा को भूलकर भी घर में नहीं लाना चाहिए और इसका प्रयोग करने से बचना चाहिए. अगर कोई भी भक्त ऐसा करता है तो उसको और उसके पूरे परिवार को तमाम बाधाओं का सामना करना पड़ता है. - कष्ट-क्लेश से दूर रहें
रामनवमी पर जितना संभव हो सके लड़ाई-झगड़े से दूर रहें. भगवान राम सदैव शांत मन से काम करने की सलाह देते हैं इसलिए किसी को भी क्रोध नहीं करना चाहिए और प्रेमपूर्वक व्यवहार करना चाहिए. अगर इस दिन लड़ाई-झगड़ा करेंगे तो व्रत का फल नहीं मिलेगा और आपकी मनोकामना भी पूरी नहीं होगी. - दीपक को लेकर बरतें सावधानी
नवरात्र के नौ दिनों तक हर घर में अखंड दीपक जलाया जाता है. हर संभव प्रयास करना चाहिए कि यह दीपक किसी भी कीमत पर ना बुझे. अगर पूजा करते समय दीपक बुझ जाए तो घबराए नहीं. उस बुझे दीपक को किनारे कर दें और उसकी जगह नया दीपक प्रज्वलित करें. ऐसा कतई मत सोचें कि अपशकुन हो गया है. अगर मन में नकारात्मक विचार लाएंगे तो पूजा का संपूर्ण फल नहीं मिलेगा. - पूजास्थल से मुरझाए फूलों को तुरंत हटाएं
किसी-किसी घर में देखा जाता है कि पूजास्थल के पास ही सूखे और मुरझाए फूल रख दिए जाते हैं. ऐसा कतई नहीं करना चाहिए. हमारे सनातन धर्म में साफ-सफाई का बहुत महत्व है. भूलवश रामनवमी की पूजा में सूखे फूल वहां मत रखें. उससे पहले ही वहां ताजे फूल रखें. अगर पूजास्थल पर सूखे और मुरझाए फूल रखे रहेंगे तो घर में नकारात्मकता आएगी.
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