हैदराबाद: सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी पर्व मनाई जाती है. हिन्दू धर्म में नाग पंचमी का पर्व का बहुत महत्व है. इस दिन नागों के देवता की पूजा की जाती है और उन्हें दूध अर्पित किया जाता है. सावन मास में इस पर्व का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है, क्योंकि यह मास भगवान शिव और साथ ही उनके नाग के लिए अतिप्रिय है.
नाग देवता भगवान शिव के खास आभूषणों में से एक है. इसलिए नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करने से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. इस वर्ष यह त्योहार आज यानी 9 अगस्त को मनाया जा रहा है. मान्यता है कि इस दिन ज्योतिष शास्त्र में राशियों के अनुसार कुछ ऐसे मंत्र बताए गए हैं, जिनके उच्चारण से सभी दुख-दर्द दूर हो जाते हैं.
आइए जानते हैं ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्रा जी से वह कौन से मंत्र है जिससे सभी दुख-दर्द दूर हो जाएंगे...
नाग पंचमी पर इस तरह राशि के अनुसार जपें नाग देवता का मंत्र
- मेष राशि: ॐ गिरी नम:
- वृषभ राशि: ॐ भूधर नम:
- मिथुन राशि: ॐ व्याल नम:
- कर्क राशि: ॐ काकोदर नम:
- सिंह राशि: ॐ सारंग नम:
- कन्या राशि: ॐ भुजंग नम:
- तुला राशि: ॐ महिधर नम:
- धनु राशि: ॐ अहि नम:
- मकर राशि: ॐ अचल नम:
- कुंभ राशि: ॐ नगपति नम:
- मीन राशि: ॐ शैल नम:
- वृश्चिक राशि: ॐ विषधर नम:
नाग देवता की पूजा करने की विधि
सुबह उठकर स्नान-ध्यान और साफ वस्त्र पहनें, फिर पूजा-घर में दीप जलाएं. फिर शिव मंदिर में जाकर जल अर्पित करें और नाग देवता का अभिषेक करें. नाग पंचमी के दिन नाग देवता के साथ-साथ भगवान शंकर, माता पार्वती और भगवान गणेश को भी दूध का भोग लगाएं. इसके साथ ही नाग देवता की आरती करें और नाग पंचमी कथा का पाठ करें.
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