अंबाला: अंबाला के बेटे हर्षनदीप की कनाडा में ड्यूटी के दूसरे ही दिन गोली मार कर हत्या कर दी गई. हत्या के बाद कैनेडियन गवर्नमेंट ने हर्षनदीप को पूरे सम्मान के साथ अंतिम बिदाई दी थी. अब हर्षनदीप का पार्थिव शरीर अंबाला के गांव मटेरी जट्टा पहुंचा.
शुक्रवार को हर्षन के परिवार और रिश्तेदारों ने उसका अंतिम संस्कार किया. हर्षनदीप अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था. उसे अंतिम विदाई देते समय पूरे परिवार के साथ ही गांववालों की आंखें नम हो गई.
विदेश जाना पड़ा भारी: आज के समय में हर बच्चे का सपना विदेश जाना होता है. हर्षनदीप का यही सपना उसकी जान ले बैठा. हर्षदीनदीप कनाडा गया था. हर्षनदीप कनाडा में सिक्योरिटी गार्ड की ड्यूटी करता था. ड्यूटी के दूसरे ही दिन हर्षदीनदीप की गोली मारकर हत्या कर दी गई. हर्षन अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था. उसकी उम्र लगभग 23 साल थी.
हर्षनदीप के काम का दूसरा ही दिन था. उसी दिन उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस मामले में परिवार ने कारवाई की मांग करते हुए कहा कि सरकार को इस मामले में कड़ा संज्ञान लेना चाहिए.- हर्षदीप के परिजन
नम आंखों से दी गई अंतिम विदाई: हर्षनदीप का पार्थिव शरीर अंबाला में उनके गांव पहुंचा. शव देख परिवार वाले बिलख-बिलख कर रोने लगे. दूसरी तरफ उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए पूरा गांव एकजुट हो गया. सभी ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी. इससे पहले कनाडा गवर्नमेंट ने भी हर्षनदीप को पूरे सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी थी.
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