Benefits to Karvi : आजकल सह्याद्री घाटी नीले-बैंगनी फूलों से पूरी तरह ढंक गई है. आठ साल बाद खिलने वाले कारवी ने पश्चिमी घाट में नीला कालीन बिछा दिया है! प्रकृति के इस दुर्लभ नजारे को देखने के लिए, प्रकृति प्रेमी सप्ताहांत में सह्याद्रि पर्वतमाला के किलों और पहाड़ों पर जा रहे हैं. सात साल तक लगातार बढ़ने के बाद यह पौधा 2016 के बाद इस बार फिर खिला है.
नीले-बैंगनी फूलों ने पूरी पहाड़ी को ढंक लिया है. हर साल बारिश आने के बाद यह पौधा हरा हो जाता है. जब मानसून समाप्त हो जाता है, तो पत्तियां झड़ जाती हैं और केवल तना ही रह जाता है. यह क्रम सात वर्षों तक चलता रहता है. फिर आठवें वर्ष में सितंबर से अक्टूबर तक इन झाड़ियों में नीले-बैंगनी Karvi Flower खिलते हैं. इस समय पहाड़ का यह दृश्य अवर्णनीय है. संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान, तुंगारेश्वर वन्यजीव अभयारण्य, फिल्म सिटी, खारघर हिल्स और मुंबई के अन्य स्थानों पर लोगों की भीड़ देखी जा रही है.
कारवी एक औषधीय जड़ी बूटी है और दैनिक जीवन में इसके कई फायदे हैं.
कारवी शहद : कारवी शहद के कई फायदे हैं. साथ ही यह शहद बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं के लिए भी बहुत फायदेमंद है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक इनसे हीमोग्लोबिन की समस्या नहीं होती है. कारवी शहद हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है.
मुंह का स्वाद अच्छा! मुंह में स्वाद न होने पर कारवी मुंह का स्वाद अच्छा करती है.
शरीर की अग्नि शांत होती है! कारवी एक शीतल आयुर्वेदिक औषधि है. कारवी के अंकुर खाने से शरीर की अग्नि शांत हो जाती है.
पेशाब करते समय जलन बंद! पेशाब करते समय आग लगने पर कारवी की सब्जी खानी चाहिए. इससे पेशाब करते समय जलन होना बंद हो जाती है.
कुष्ठ और खाज में उपयोगी : कारवी का रस पीने से किसी भी कारण से होने वाला कुष्ठ और खाज ठीक हो जाता है. साथ ही कारवी जूस के सेवन से शरीर पर होने वाली सूजन भी ठीक हो जाती है.
घाव भरने के लिए फायदेमंद : यदि घाव/कट लग गया हो और उसमें से मवाद निकल रहा हो तो Karvi की जड़ का लेप करने से घाव ठीक हो जाता है.
शरीर में सूजन के लिए में उपयोगी : कारवी की जड़ को पीसकर सूजन पर लगाने से सूजन तुरंत कम हो जाती है. कारवी सूजन के लिए रामबाण है.
Ref.-- https://www.wisdomlib.org/definition/karvi
डिस्कलेमर :- यहां दी गई जानकारी और सुझाव सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं. बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप डॉक्टर की सलाह ले लें.