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अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात की गोलियों तक पहुंच को सीमित करने के प्रयास को किया खारिज - access to the abortion pill

US Access To The Abortion Pill: अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को सर्वसम्मति से फैसला सुनाया कि गर्भपात की दवा में सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली दवा तक पहुंच को बनाए रखा जाए. नौ न्यायाधीशों ने पाया कि गर्भपात विरोधियों के पास खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा मिफेप्रिस्टोन को मंज़ूरी दिए जाने और इसे प्राप्त करने पर प्रतिबंधों को कम करने के लिए एडीए की बाद की कार्रवाइयों पर मुकदमा करने का कानूनी अधिकार नहीं है.

US Access To The Abortion Pill
प्रतिकात्मक तस्वीर. (AP)
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By ANI

Published : Jun 14, 2024, 8:36 AM IST

वाशिंगटन : अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात में इस्तेमाल की जाने वाली दवा तक पहुंच को सीमित करने के प्रयास को खारिज कर दिया है. इस फैसले के बाद गर्भपात विरोधियों के ऑपरेशन तक पहुंच को सीमित करने के प्रयास समाप्त हो गए.

न्यायाधीशों ने गुरुवार (स्थानिय समय के अनुसार) को 9-0 से फैसला सुनाया. इस फैसले में पिछले साल निचली अदालत के उस फैसले को पलट दिया गया, जिसमें देश में आधे से ज्यादा गर्भपात में इस्तेमाल होने वाली दवा मिफेप्रिस्टोन तक पहुंच को सीमित किया गया था. 2016 और 2021 में, खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने दवा तक पहुंच को आसान बनाने के प्रयास किये थे.

अल जजीरा के अनुसार, हाल ही में किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि 2000 में एडीए की ओर से अनुमोदित की गई गोली का उपयोग अमेरिका में 60 प्रतिशत से ज्यादा गर्भपात में किया जाता है. 2022 में, रूढ़िवादी-प्रभुत्व वाले सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात के अधिकार देने वाले एक प्रमुख नियम को निरस्त कर दिया, जिससे महिला अधिकार समर्थकों और डेमोक्रेट्स में रोष फैल गया.

गुरुवार का फैसला अमेरिकी चुनावों से कुछ महीने पहले आया है, जहां प्रजनन अधिकार एक प्रमुख चुनावी मुद्दा रहा है. गुरुवार को, बाइडेन ने गर्भपात की गोली पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की सराहना की. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस फैसले के बाद भी इस तथ्य से इनकार नहीं किया जा सकता है कि कई राज्यों में महिलाओं का यह अधिकार खतरे में है.

बाइडेन ने एक बयान में कहा कि दवा तक पहुंच को सीमित करना रिपब्लिकन निर्वाचित सदस्यों के खतरनाक एजेंडे का हिस्सा है यह सभी के सामने स्पष्ट होना चाहिए. अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट ने निष्कर्ष निकाला कि मिफेप्रिस्टोन शिकायत में वादी के पास मामले को आगे बढ़ाने के लिए कानूनी आधार नहीं था. मामले को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें एडीए की ओर से पहुंचाई गई क्षति को प्रदर्शित करना आवश्यक था.

गर्भपात संयुक्त राज्य अमेरिका में वर्षों से एक प्रमुख राजनीतिक मुद्दा रहा है. दशकों से, रूढ़िवादी धार्मिक समूहों ने गर्भपात से संबंधित प्रतिबंधों के महत्व पर जोर दिया है. उदारवादी, जो गर्भपात पर सरकार के प्रतिबंधों को अस्वीकार करते हैं, कहते हैं कि यह प्रक्रिया एक महिला के चिकित्सा उपचार, व्यक्तिगत विकल्पों और शारीरिक स्वायत्तता का हिस्सा है.

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वाशिंगटन : अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात में इस्तेमाल की जाने वाली दवा तक पहुंच को सीमित करने के प्रयास को खारिज कर दिया है. इस फैसले के बाद गर्भपात विरोधियों के ऑपरेशन तक पहुंच को सीमित करने के प्रयास समाप्त हो गए.

न्यायाधीशों ने गुरुवार (स्थानिय समय के अनुसार) को 9-0 से फैसला सुनाया. इस फैसले में पिछले साल निचली अदालत के उस फैसले को पलट दिया गया, जिसमें देश में आधे से ज्यादा गर्भपात में इस्तेमाल होने वाली दवा मिफेप्रिस्टोन तक पहुंच को सीमित किया गया था. 2016 और 2021 में, खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने दवा तक पहुंच को आसान बनाने के प्रयास किये थे.

अल जजीरा के अनुसार, हाल ही में किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि 2000 में एडीए की ओर से अनुमोदित की गई गोली का उपयोग अमेरिका में 60 प्रतिशत से ज्यादा गर्भपात में किया जाता है. 2022 में, रूढ़िवादी-प्रभुत्व वाले सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात के अधिकार देने वाले एक प्रमुख नियम को निरस्त कर दिया, जिससे महिला अधिकार समर्थकों और डेमोक्रेट्स में रोष फैल गया.

गुरुवार का फैसला अमेरिकी चुनावों से कुछ महीने पहले आया है, जहां प्रजनन अधिकार एक प्रमुख चुनावी मुद्दा रहा है. गुरुवार को, बाइडेन ने गर्भपात की गोली पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की सराहना की. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस फैसले के बाद भी इस तथ्य से इनकार नहीं किया जा सकता है कि कई राज्यों में महिलाओं का यह अधिकार खतरे में है.

बाइडेन ने एक बयान में कहा कि दवा तक पहुंच को सीमित करना रिपब्लिकन निर्वाचित सदस्यों के खतरनाक एजेंडे का हिस्सा है यह सभी के सामने स्पष्ट होना चाहिए. अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट ने निष्कर्ष निकाला कि मिफेप्रिस्टोन शिकायत में वादी के पास मामले को आगे बढ़ाने के लिए कानूनी आधार नहीं था. मामले को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें एडीए की ओर से पहुंचाई गई क्षति को प्रदर्शित करना आवश्यक था.

गर्भपात संयुक्त राज्य अमेरिका में वर्षों से एक प्रमुख राजनीतिक मुद्दा रहा है. दशकों से, रूढ़िवादी धार्मिक समूहों ने गर्भपात से संबंधित प्रतिबंधों के महत्व पर जोर दिया है. उदारवादी, जो गर्भपात पर सरकार के प्रतिबंधों को अस्वीकार करते हैं, कहते हैं कि यह प्रक्रिया एक महिला के चिकित्सा उपचार, व्यक्तिगत विकल्पों और शारीरिक स्वायत्तता का हिस्सा है.

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