वाशिंगटन: अमेरिका पाकिस्तान की चुनावी प्रक्रिया पर करीब से नजर रख रहा है और वह वहां अभिव्यक्ति, एकत्र होने और संघ बनाने की स्वतंत्रता के उल्लंघन को लेकर चिंतित है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने अपने नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अमेरिका पाकिस्तान के चुनाव में उसके लोगों की व्यापक भागीदारी चाहता है.
पटेल ने कहा, 'हम पाकिस्तान की चुनाव प्रक्रिया पर निकटता से नजर रख रहे हैं और जैसा कि हमने कहा है, हम चाहते हैं कि इस प्रक्रिया में व्यापक भागीदार के साथ अभिव्यक्ति, एकत्र होने और संघ बनाने की स्वतंत्रता का सम्मान किया जाए.' पाकिस्तान में आठ फरवरी को आम चुनाव होंगे. पटेल ने कहा, 'हमें हिंसा की घटनाओं और मीडिया की स्वतंत्रता, इंटरनेट की स्वतंत्रता समेत अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और शांतिपूर्ण रूप से एकत्र होने और संघ बनाने की स्वतंत्रता पर प्रतिबंधों की चिंता है. हम इन क्षेत्रों में स्वतंत्रता के उल्लंघन के कुछ मामलों से चिंतित हैं.'
इस बीच, द न्यूयॉर्क टाइम्स ने बताया कि पाकिस्तान में पिछले वर्षों की तुलना में राजनीतिक दरार अधिक दिखाई दे रही है, जिससे इस सप्ताह का मतदान देश के इतिहास में सबसे कम विश्वसनीय हो गया है. पाकिस्तान बृहस्पतिवार को होने वाले आम चुनाव की ओर बढ़ रहा है. फॉरेन पॉलिसी ने बताया कि पाकिस्तान के चुनावों में सेना अभी भी दखल दे रही है. वाशिंगटन पोस्ट ने कहा कि पाकिस्तान का चुनाव राज्याभिषेक या निश्चित दांव जैसा लगता है.