कैलिफोर्निया: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स ने शनिवार को कहा कि वह ब्राजील में अपने परिचालन को 'तत्काल प्रभाव' से बंद कर रहा है. एक्स ने अपने फैसले के लिए ब्राजील के शीर्ष न्यायाधीश एलेक्जेंडर डी मोरेस को जिम्मेदार ठहराया. अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी का यह निर्णय गलत सूचनाओं का मुकाबला करने के लिए प्लेटफॉर्म के अधिकारों और जिम्मेदारियों को लेकर एलेक्जेंडर डी मोरेस के साथ कानूनी लड़ाई के बाद आया है.
Due to demands by “Justice” @Alexandre in Brazil that would require us to break (in secret) Brazilian, Argentinian, American and international law, 𝕏 has no choice but to close our local operations in Brazil.
— Elon Musk (@elonmusk) August 17, 2024
He is an utter disgrace to justice. https://t.co/yAvX1TpuRp
एक्स की वैश्विक सरकारी मामलों की टीम ने अपने आधिकारिक हैंडल एट ग्लोबल अफेयर्स के माध्यम से एलेक्जेंडर डी मोरेस पर ब्राजील में उनके कानूनी प्रतिनिधि को सेंसरशिप आदेशों का पालन न करने पर गिरफ्तारी की धमकी देने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि कानून का पालन करने के बजाय, मोरेस ने ब्राजील में उनके कर्मचारियों को धमकाया तथा उनके कार्यों को 'लोकतांत्रिक शासन के साथ असंगत' बताया.
अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार सोशल मीडिया दिग्गज ने कथित तौर पर मोरेस द्वारा हस्ताक्षरित एक दस्तावेज की तस्वीरें जारी की, जिसमें कहा गया है कि अगर प्लेटफॉर्म मोरेस के आदेशों का पूरी तरह से पालन नहीं करता है, तो एक्स प्रतिनिधि राहेल नोवा कॉन्सेइको के खिलाफ 20,000 रीसिस का दैनिक जुर्माना और गिरफ्तारी का आदेश दिया जाएगा.
एक्स की ओर से कहा गया, 'एक गुप्त आदेश में ऐसा किया गया. हम उनके कार्यों को उजागर करने के लिए अपने प्लेटफॉर्म पर इसे साझा किया. हमारे प्लेटफॉर्म पर सामग्री को ब्लॉक किया गया. मोरेस ने कानून या उचित प्रक्रिया का सम्मान करने के बजाय ब्राजील में हमारे कर्मचारियों को धमकाने का विकल्प चुना है.
परिणामस्वरूप अपने कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए हमने ब्राजील में अपना परिचालन तत्काल प्रभाव से बंद करने का निर्णय लिया है. एक्स सेवा ब्राजील के लोगों के लिए उपलब्ध रहेगी. हमें इस बात का गहरा दुख है कि हमें यह निर्णय लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है.' इसमें कहा गया है कि इसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से एलेक्जेंडर डी मोरेस की है. उनके कार्य लोकतांत्रिक सरकार के साथ असंगत हैं. ब्राजील के लोगों के पास चुनने के लिए एक विकल्प है - लोकतंत्र या एलेक्जेंडर डी मोरेस.
यह कदम मोरेस और एक्स के मालिक एलन मस्क के बीच कानूनी लड़ाई के बाद उठाया गया. डी मोरेस ने कहा है कि वह ऑनलाइन गलत सूचना के प्रसार से लड़ने की कोशिश कर रहे हैं. एलन मस्क ने भी इस निर्णय पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है और एलेक्जेंडर डी मोरेस के फैसले को 'न्याय का घोर अपमान' कहा है.
रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष की शुरुआत में एलेक्जेंडर डी मोरेस ने एक्स को कुछ खातों को ब्लॉक करने का आदेश दिया था, जिन पर गलत सूचना और घृणा संदेश फैलाने का आरोप था. इनमें ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो के समर्थकों के कुछ खाते भी शामिल थे. बोल्सोनारो ने बार-बार दावा किया कि 2022 में कड़े मुकाबले वाले चुनाव से पहले ब्राजील की इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग प्रणाली धोखाधड़ी की चपेट में थी.
ब्राजील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा से हार का सामना करने के महीनों बाद बोल्सोनारो के समर्थकों की भीड़ ने चुनाव परिणामों के खिलाफ रोष व्यक्त करने के लिए ब्राजील के शीर्ष संस्थानों पर धावा बोल दिया. ब्राजील के सुपीरियर इलेक्टोरल ट्रिब्यूनल की अध्यक्षता करने वाले मोरेस ने कहा, 'अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मतलब आक्रामकता की स्वतंत्रता नहीं है.' उन्होंने आगे कहा, 'इसका मतलब अत्याचार का बचाव करने की स्वतंत्रता नहीं है.'
इस वर्ष की शुरुआत में मोरेस ने अरबपति के खिलाफ जांच शुरू की थी, जब मस्क ने कहा था कि वह एक्स पर उन खातों को पुनः सक्रिय करेंगे, जिन्हें न्यायाधीश ने ब्लॉक करने का आदेश दिया था. अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार मस्क की घोषणाओं के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के प्रतिनिधियों ने ब्राजील के सुप्रीम कोर्ट को बताया कि एक्स कानूनी फैसलों का पालन करेगा.
इससे पहले अप्रैल में ब्राजील में एक्स का प्रतिनिधित्व करने वाले वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि परिचालन संबंधी त्रुटियों के कारण, जिन उपयोगकर्ताओं को ब्लॉक करने का आदेश दिया गया था, वे प्लेटफॉर्म पर सक्रिय बने रहे, जबकि मोरेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से यह विवरण साझा करने के लिए कहा था कि उसने कथित तौर पर उनके निर्णयों का पूरी तरह से पालन क्यों नहीं किया.