इस्लामाबाद: पाकिस्तान के दक्षिणी सिंध प्रांत में भीड़ ने ईशनिंदा के आरोपी डॉ शाह नवाज कुंभर की पुलिस द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी थी. इतना ही नहीं स्थानीय लोगों ने शाह नवाज को शव को जलाने की कोशिश की भी कोशिश की. हालांकि, इसमें उन्हें सफलता नहीं मिली.
दरअसल, शाह नवाज के ड्राइवर प्रेम कोल्ही भीड़ से उनका शिव बचाकर ले गए और फिर उसे इस्लामिक रीति-रिवाज के मुताबिक दफना दिया. यह घटना सामने आन के बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने प्रेम कोहली को इस दुखद घटना का असली नायक करार दिया.
The real hero, deserves medal and state recognition https://t.co/thVDrT1DZT pic.twitter.com/n5asiyy2rl
— Asad Ali Toor (@AsadAToor) September 22, 2024
भीड़ ने शव जलाने की कोशिश की
डॉन ने डॉ शाह नवाज के पिता मोहम्मद सालेह कुंभर के हवाले से बताया कि भीड़ ने प्रेम कोल्ही को भी मारने की कोशिश की, जो पुलिस द्वारा शव सौंपे जाने के बाद कार से वापस घर आ रहे थे. उन्होंने बताया कि भीड़ ने शव और ड्राइवर वाली कार को जलाने की कोशिश की, लेकिन प्रेम भागने में कामयाब हो गया.
سندھ کے صحرا میں
— A.Waheed Murad (@awaheedmurad) September 23, 2024
ایک تھا پریمو pic.twitter.com/06NbjL0IBL
सोशल मीडिया यूजर्स ने मारे गए डॉक्टर की नृशंस हत्या पर दुख जताया है और प्रेम की बहादुरी की तारीफ की. रबीन कुमार ने प्रेम की एक तस्वीर पोस्ट की और कहा, "वह निडर है और मौत से नहीं डरता, प्रेम उसे (डॉ शाहनवाज) को एक इंसान मानता था और उसने जोंबीज के खिलाफ वह सब कुछ किया जो वह कर सकता था."
— Rafi Razaسلسلہ ڈاٹ کوم ایڈیٹر Silsla.com (@Rafi_Shaair) September 22, 2024
कोल्ही ने दफनाया शव
वहीं, एक स्थानीय पत्रकार ए वहीद मुराद ने कोल्ही द्वारा शव को दफनाए जाने का वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने मार्मिक कैप्शन दिया. उन्होंने लिखा "सिंध के रेगिस्तान में, कभी एक प्रेम था". वहीं, पत्रकार रफी रजा ने प्रेम की तस्वीर पोस्ट करते हुए कैप्शन लिखा कि प्रेम एक अल्पसंख्यक समुदाय का सदस्य है, जिसने मुस्लिम भीड़ से डॉ शाह नवाज के शव की रक्षा करने की कोशिश की."
असद मलिक नाम के एक नेटिजन ने पोस्ट किया, “प्रेम कोहली जिन्होंने डॉ. शाहनवाज के शरीर को अपवित्र होने से बचाने की कोशिश की, मसूद लोहार जिन्होंने जनाजे की नमाज का प्रबंध किया, अल्लामा अब्दुल मोमिन मेमन जिन्होंने जनाजे की नमाज का नेतृत्व किया, ये वे सिंधी लोग हैं जो मानवता को गौरवान्वित कर रहे हैं.”
پریموں کوہلی جس نے ڈاکٹر شاہنواز کی لاش کو بےحرمتی سے بچانے کی کوشش کی، مسعود لوہار جس نے نماز جنازہ پڑھانے کےلیے تحریک چلائی، علامہ عبدالمومن میمن جس نے آج نماز جنازہ پڑھائی ایسے سندھ واسی لوگ انسانیت کےلیے فخر ہیں ۔
— Asad Malik (@asadmaliklive) September 23, 2024
سلام ان محسنینِ انسانیت کو ❤️❤️❤️ pic.twitter.com/G19umQpyeV
ईशनिंदा के आरोप में गिरफ्तार हुए थे डॉ शाह नवाज
बता दें सिंध के उमरकोट के डॉ. शाह नवाज कुंभर को ईशनिंदा के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के एक दिन बाद मीरपुरखास में पुलिस ने गोली मार दी थी. बाद में शव को परिवार को सौंप दिया गया, लेकिन उग्र चरमपंथी भीड़ ने उनका पीछा किया और आखिरकार शव को जला दिया.
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