रियाद: सऊदी अरब में भीषण गर्मी हज यात्रियों पर कहर बनकर टूट पड़ी है. यहां पारा 50 डिग्री के पार पहुंच चुका है. ऐसे में गर्मी के चलते हज के दौरान 550 से ज्यादा हज यात्रियों की मौत हो गई है. मरने वालों में सबसे बड़ी संख्या मिस्र से है. द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, मरने वालों में 323 नागरिक मिस्र के और 60 जॉर्डन के हैं.
इसके अलावा ईरान, इंडोनेशिया और सेनेगल के हज यात्रियों की भी मौत की सूचना मिली है. फिलहाल यह साफ नहीं हो पाया है कि मरने वालों में कोई भारतीय भी है या नहीं. रिपोर्ट के अनुसार सऊदी के 2 डिप्लोमैट्स ने AFP को बताया कि ज्यादातर मौतें गर्मी की वजह से हुई हैं.
2 हजार हज यात्रियों का इलाज जारी
सऊदी अधिकारियों ने बताया कि गर्मी से पीड़ित 2000 से अधिक हज यात्रियों का इलाज किया जा रहा है.अधिकारियों ने बताया कि मरने वालों में मिस्र के यात्रियों की तादाद सबसे ज्यादा है. इनमें कई लोग ऐसे हैं जिन्होंने हज के लिए रजिस्टर नहीं कराया था. उन्होंने बताया कि यह आंकड़ा मक्का के पास अल-मुआइसम में अस्पताल के मुर्दाघर ने जारी किया है.
बता दें कि पिछले साल भी विभिन्न देशों के कम से कम 240 हजयात्रियों की मौत हो गई थी. इनमें से ज्यागातक इंडोनेशिया के नागरिक थे. वहीं, इस बार अब तक 136 इंडोनेशियाई हज यात्रियों की मौत की जानकारी मिली है.
50 के पार पहुंचा तापमान
इस बीच सऊदी अरब के मौसम विभाग ने बताया कि सोमवार को मक्का की ग्रैंड मस्जिद में तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है. हाल में पब्लिश एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हज यात्रा जलवायु परिवर्तन से तेजी से प्रभावित हो रही है.
इसमें कहा गया है कि जिस क्षेत्र में हज यात्री अनुष्ठान करते हैं, वहां का तापमान हर दशक में 0.4 डिग्री सेल्सियस बढ़ रहा है. मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को मक्का की ग्रैंड मस्जिद में तापमान 51.8C तक पहुंच गया था. इस दौरान हज यात्रियों को अपने सिर पर पानी डालते देखा गया, जबकि वालंटियर उन्हें ठंडा रखने के लिए कोल्ड ड्रिंक और आइसक्रीम दे रहे थे.
सऊदी अधिकारियों ने हजयात्रियों को छाते का उपयोग करने, खूब पानी पीने और दिन के सबसे गर्म घंटों के दौरान धूप में निकलने से बचने की सलाह दी है.
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