तेहरान: इजराइल के द्वारा किए गए हमले में मारे गए हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को अस्थायी रूप से दफना दिया गया. बताया जाता है कि शुक्रवार को नसरल्लाह को एक गोपनीय स्थान पर दफनाया गया. हालांकि हिजबुल्ला को इस बात का डर था कि यदि सार्वजनिक रूप से दफनाया गया तो इजराइल जनाजे में शामिल लोगों पर हमला कर सकता है.
रिपोर्ट के अनुसार नसरल्लाह के अंतिम संस्कार को सम्मानपूर्वक करने के लिए हिजबुल्लाह ने लेबनानी अफसरों के जरिए अमेरिका से मांग की थी कि वह गारंटी दे कि अंतिम संस्कार के दौरान इजराइल के द्वारा किसी भी प्रकार का कोई हमला नहीं किया जाएगा. लेकिन अमेरिका ने ऐसी किसी भी प्रकार की गारंटी देने से मना कर दिया, जिसके बाद हिजबुल्लाह ने नसरल्लाह को गोपनीय रूप से दफनाने का निर्णय लिया.
वहीं, आज इजरायल ने नसरल्लाह के उत्तराधिकारी सफीद्दीन को मार गिराने की बात कही है, लेकिन अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. हिजबुल्लाह चीफ के मारे जाने के बाद पूरा संगठन गहरे सदमे में है. लेबनान में जमीनी लड़ाई में इजराइल के भी 8 सैनिक मारे गए हैं.
गौरतलब है कि 27 सितंबर को मौत होने के बाद से उसको दफनाने की तैयारी की जा रही थी. दूसरी तरफ हिजबुल्लाह को डर था कि नसरल्लाह के अंतिम संस्कार में लाखों समर्थक शामिल होंगे, ऐसे में इजराइल उन पर हमला कर सकता है. इस वजह से नसरल्लाह को शिया मुस्लिम रीति रिवाज से दफनाने का निर्णय लिया गया.
पढ़ें: इजरायल ने नसरुल्लाह के उत्तराधिकारी सफीद्दीन को बनाया निशाना