तेल अवीव: इजरायली सरकार ने गाजा में यूएनआरडब्ल्यूए (फिलिस्तीनियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत कार्यकर्ता एजेंसी) को धन बहाल करने के लिए कनाडा और स्वीडन की सरकारों की ओर से लिये गए फैसले की कड़ी आलोचना की. इजरायल की ओर से सबूत जारी करने के बाद दोनों देशों ने इस तरह की फंडिंग को निलंबित कर दिया था. इजरायल का कहना था कि यूएनडब्ल्यूआरए के कई कार्यकर्ता हमास के आतंकवादी थे और कुछ ने 7 अक्टूबर के नरसंहार में भी भाग लिया था.
इजराइल के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर इस कदम को एक गंभीर गलती बताया जो आतंकवादी गतिविधियों में यूएनआरडब्ल्यूए कर्मचारियों की भागीदारी को नजरअंदाज करना जारी रखने के लिए कनाडा और स्वीडन की सरकारों की ओर से मौन सहमति और प्रोत्साहन को बढ़ावा देती है.
बयान में कहा गया है कि यूएनआरडब्ल्यूए को फंडिंग लौटाने से यह तथ्य नहीं बदलेगा कि एजेंसी समस्या का हिस्सा है. गाजा पट्टी में समाधान का हिस्सा नहीं होगी. इजराइल ने कनाडा और स्वीडन की सरकारों से फंडिंग बंद करने और ऐसे संगठन का समर्थन नहीं करने का आह्वान किया, जिसमें आतंकवादी संगठन हमास के सैकड़ों सदस्य शामिल हैं. बता दें कि हाल के दिनों में इजरायल को गाजा में आम लोगों की जिंदगियों को नुकसान पहुंचाने के लिए काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है.