नई दिल्ली : इजराइल के करीब 100 फाइटर जेट्स ने ईरान के 20 ठिकानों पर शुक्रवार रात जमकर बमबारी की. इजराइल के अनुसार हमला सैन्य ठिकानों पर किया गया, जिनमें एयर डिफेंस सिस्टम भी शामिल है. कुछ ड्रोन ठिकानों को भी टारगेट किए जाने की सूचना है.
हमला करने के बाद इजराइल के सभी विमान पौ फटने से पहले ही लौट आए. इस ऑपरेशन को इजराइल ने 'ऑपरेशन डेज ऑफ रिपेंटेंस' नाम दिया था. इसका मतलब होता है - पछतावे के दिन.
“I can now confirm that we have concluded the Israeli response to Iran’s attacks against Israel. We conducted targeted and precise strikes on military targets in Iran — thwarting immediate threats to the State of Israel.”
— Israel Defense Forces (@IDF) October 26, 2024
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अभी तक जो जानकारी सामने आई है, उसके अनुसार इजराइल ने इस ऑपरेशन को तीन चरणों में अंजाम दिया. इजराइल ने पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया था. इन विमानों को सबसे अधिक आधुनिकतम विमान माना जाता है. जिन विमानों का इजराइल ने उपयोग किया, वे कुछ इस तरह से हैं.
एफ -35 - यह एक फाइटर जेट विमान है. यह 50 हजार फीट की ऊंचाई तक पहुंच सकता है. इसकी स्पीड लगभग दो हजार किलोमीटर प्रति घंटे तक है. इस फाइटर जेट की खासियत है इसकी लैंडिंग और टेक ऑफ. ऐसे विमान रेयर ही होते हैं, जो वर्टिकली लैंड और वर्टिकली टेक ऑफ कर सकते हैं. एफ-35 वर्टिकली लैंडिंग और टेकऑफ कर सकता है.
दूसरा प्रमुख विमान था- एफ-151 आरएएएम - इसे स्ट्राइक ईगल के नाम से भी जाना जाता है. इसकी स्पीड 2656 किलोमीटर प्रति घंटा है. यह 60 हजार फीट की ऊंचाई तक दूरी तय कर सकता है. इसकी फेरी रेंज है - 3900 किमी.
तीसरा प्रमुख विमान है - एफ161 एसयूएफए - इस विमान की खासियत यह है कि पायलट के हेलमेट में लगे सेंसर से यह दुश्मन पर हमला कर देता है. यानी पायलट ने दुश्मन को देख लिया, तो यह उस पर हमला कर देता है. इसके लिए अलग से बटन दबाने की जरूरत नहीं होती है. पायलट का हेलमेट रडार और वेपन सिस्टम से जुड़ा होता है.
मीडिया में आई जानकारी के मुताबिक इजराइल ने इन फाइटर जेट के जरिए कई अन्य मिसाइलों का भी प्रयोग किया. इनमें सुपरसोनिक मिसाइल और नेक्स्ट जेनरेशन की रॉक्स मिसाइल को भी शामिल किया गया था. रॉक्स एयर टू सरफेस मिसाइल है. हालांकि, ईरान के पास एस-300 डिफेंस सिस्टम है, जो हवाई हमले का काउंटर कर सकता है. लेकिन इन तीनों विमानों के पास ऐसी क्षमता है कि वे इसे धता बता सकें.
बताया जा रहा है कि इजराइल के 25-30 फाइटर जेट एक ग्रुप बनाए हुए थे. इनमें से 10 जेट अटैक कर रहे थे, जबकि बाकी के 15जेट उन्हें कवर प्रदान किए हुए थे.
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