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इजराइल-हमास युद्ध तेज होने पर भारत ने गाजा में गंभीर मानवीय संकट की निंदा की - India on Gaza - INDIA ON GAZA

India condemns humanitarian crisis in Gaza: इजराइल और हमास के बीच संघर्ष जारी है. युद्ध विराम को लेकर चौतरफा प्रयास किए जा रहे हैं. इस बीच संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने गाजा में मानवीय संकट पर चिंता जाहिर की.

Ruchira Kamboj
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज (फाइल फोटो) (ANI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : May 14, 2024, 10:24 AM IST

न्यूयॉर्क: गाजा में हमास के खिलाफ इजराइल की सैन्य कार्रवाई के बीच भारत ने जारी संघर्ष में नागरिकों की मौत की कड़ी निंदा की है. भारत ने कहा कि क्षेत्र में इसके परिणामस्वरूप होने वाला मानवीय संकट 'बिल्कुल अस्वीकार्य' हैं. इजराइल और हमास के बीच गाजा में संघर्ष सात महीने से अधिक समय से चल रहा है. इसके कारण उत्पन्न मानवीय संकट बढ़ रहा है. गाजा और उसके बाहर अस्थिरता बढ़ने की भी आशंका है.

संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने फिलिस्तीन पर 10वें यूएनजीए आपातकालीन विशेष सत्र में कहा,'इसे देखते हुए हम यूएनएससी द्वारा प्रस्ताव 2728 को अपनाने पर विचार कर रहे हैं. यह एक सकारात्मक कदम है. संघर्ष पर भारत की स्थिति हमारे नेतृत्व द्वारा एक से अधिक अवसरों पर स्पष्ट रूप से व्यक्त की गई है. इजराइल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष के कारण बड़े पैमाने पर नागरिक जीवन की हानि हुई है. विशेषकर महिलाओं और बच्चों की.'

रुचिरा कंबोज ने आगे कहा, 'इसके परिणामस्वरूप उत्पन्न मानवीय संकट बिल्कुल अस्वीकार्य है. हमने संघर्ष में नागरिकों की मौत की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा, 'अंतर्राष्ट्रीय कानून और अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का हर किसी को हर परिस्थिति में सम्मान करना चाहिए.' इजराइल पर 7 अक्टूबर के हमले पर प्रकाश डालते हुए कंबोज ने यह भी कहा कि इजराइल पर हमास का हमला भी मंच की समान निंदा का पात्र है और आतंकवाद और बंधक बनाने का कोई औचित्य नहीं है.'

उन्होंने कहा,'7 अक्टूबर को इजराइल में आतंकवादी हमले चौंकाने वाले थे. वे हमारी स्पष्ट निंदा के पात्र हैं. आतंकवाद और बंधक बनाने का कोई औचित्य नहीं हो सकता है. भारत का आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ एक दीर्घकालिक और समझौता न करने वाला रुख है. हम मांग करते हैं सभी बंधकों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई हो.'

संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि ने कहा,'गाजा में मानवीय स्थिति गंभीर है. स्थिति को और बिगड़ने से रोकने के लिए गाजा के लोगों को मानवीय सहायता तुरंत बढ़ानी चाहिए. हम सभी पक्षों से इस प्रयास में एक साथ आने का आग्रह करते हैं. हम संयुक्त राष्ट्र और संयुक्त राष्ट्र के प्रयासों का स्वागत करते हैं. इस संबंध में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने फिलिस्तीन के लोगों को मानवीय सहायता प्रदान की है और हम इजरायली अधिकारियों द्वारा गाजा में मानवीय सहायता के अधिक प्रवाह की हालिया सुविधा पर ध्यान देते हैं.

ये भी पढ़ें- इजराइल का राफा में सैन्य अभियान तेज, अन्य हिस्सों को भी खाली करने का दिया आदेश - Gaza War

न्यूयॉर्क: गाजा में हमास के खिलाफ इजराइल की सैन्य कार्रवाई के बीच भारत ने जारी संघर्ष में नागरिकों की मौत की कड़ी निंदा की है. भारत ने कहा कि क्षेत्र में इसके परिणामस्वरूप होने वाला मानवीय संकट 'बिल्कुल अस्वीकार्य' हैं. इजराइल और हमास के बीच गाजा में संघर्ष सात महीने से अधिक समय से चल रहा है. इसके कारण उत्पन्न मानवीय संकट बढ़ रहा है. गाजा और उसके बाहर अस्थिरता बढ़ने की भी आशंका है.

संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने फिलिस्तीन पर 10वें यूएनजीए आपातकालीन विशेष सत्र में कहा,'इसे देखते हुए हम यूएनएससी द्वारा प्रस्ताव 2728 को अपनाने पर विचार कर रहे हैं. यह एक सकारात्मक कदम है. संघर्ष पर भारत की स्थिति हमारे नेतृत्व द्वारा एक से अधिक अवसरों पर स्पष्ट रूप से व्यक्त की गई है. इजराइल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष के कारण बड़े पैमाने पर नागरिक जीवन की हानि हुई है. विशेषकर महिलाओं और बच्चों की.'

रुचिरा कंबोज ने आगे कहा, 'इसके परिणामस्वरूप उत्पन्न मानवीय संकट बिल्कुल अस्वीकार्य है. हमने संघर्ष में नागरिकों की मौत की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा, 'अंतर्राष्ट्रीय कानून और अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का हर किसी को हर परिस्थिति में सम्मान करना चाहिए.' इजराइल पर 7 अक्टूबर के हमले पर प्रकाश डालते हुए कंबोज ने यह भी कहा कि इजराइल पर हमास का हमला भी मंच की समान निंदा का पात्र है और आतंकवाद और बंधक बनाने का कोई औचित्य नहीं है.'

उन्होंने कहा,'7 अक्टूबर को इजराइल में आतंकवादी हमले चौंकाने वाले थे. वे हमारी स्पष्ट निंदा के पात्र हैं. आतंकवाद और बंधक बनाने का कोई औचित्य नहीं हो सकता है. भारत का आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ एक दीर्घकालिक और समझौता न करने वाला रुख है. हम मांग करते हैं सभी बंधकों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई हो.'

संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि ने कहा,'गाजा में मानवीय स्थिति गंभीर है. स्थिति को और बिगड़ने से रोकने के लिए गाजा के लोगों को मानवीय सहायता तुरंत बढ़ानी चाहिए. हम सभी पक्षों से इस प्रयास में एक साथ आने का आग्रह करते हैं. हम संयुक्त राष्ट्र और संयुक्त राष्ट्र के प्रयासों का स्वागत करते हैं. इस संबंध में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने फिलिस्तीन के लोगों को मानवीय सहायता प्रदान की है और हम इजरायली अधिकारियों द्वारा गाजा में मानवीय सहायता के अधिक प्रवाह की हालिया सुविधा पर ध्यान देते हैं.

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