ताइपेई: ताइवान ने बुधवार को कहा कि चीन ने उसके तट रक्षक को ताइवान की मछली पकड़ने वाली नाव और उसके चालक दल को रोकने के मामले में हस्तक्षेप करने पर चेतावनी दी है. इसे ताइवान के क्षेत्र पर अतिक्रमण करने के बीजिंग के ताजा प्रयास के रूप में देखा जा रहा है. यह घटना राष्ट्रपति के चुनाव के बाद बढ़े राजनीतिक तनाव के बीच हुई है.
ताइवान तट रक्षक के प्रवक्ता हसीह चिंग-चिन ने कहा कि जब चीनी एजेंटों ने उसे कब्जे में लिया, उस समय नाव चीनी जलक्षेत्र में नहीं थी. हसीह ने कहा, "सबसे पहले, हम (चीनी पक्ष से) स्पष्टीकरण देने और नाव और उसके चालक दल को छोड़ने का आह्वान करते हैं."
चीन ने हस्तक्षेप न करने को कहा
तटरक्षक बल के बयान में कहा गया कि दाजिनमान 88 (नाव) को दो चीनी जहाजों ने रोक लिया था. इसके बाद ताइवान ने उसकी मदद के लिए तीन जहाज भेजे. इनमें से जो जहाज मछली पकड़ने वाली नाव के करीब पहुंच, उसे चीनी नावों ने रोक लिया और हस्तक्षेप न करने को कहा. हसीह ने कहा कि चार अन्य चीनी नाव इस अभियान में शामिल हुईं, जो चीन की नौसेना, तट रक्षक और समुद्री मिलिशिया के हाल के वर्षों में बड़े पैमाने पर विस्तार का संकेत है.
चालक दल के सदस्य ताइवानी और इंडोनेशियाई
ताइवान की आधिकारिक सेंट्रल न्यूज एजेंसी के अनुसार नाव में एक कप्तान और चालक दल के पांच अन्य सदस्य मौजूद थे. चालक दल के सदस्य ताइवानी और इंडोनेशियाई हैं. ताइवान के अधिकारियों ने कहा कि जब जहाज पर चढ़ाई की गई, तब वह मुख्य भूमि चीन के जिनजियांग से 20 किलोमीटर (12 मील) से कुछ अधिक दूर था.
बता दें कि चीन स्वशासित ताइवान को अपना क्षेत्र मानता है और कहता है कि द्वीप उसके नियंत्रण में आना चाहिए. ताइवान और चीन दोनों के मछुआरे नियमित रूप से किनमेन के पास के जल क्षेत्र में नौकायन करते हैं. हालांकि, चीनी जहाजों की संख्या बढ़ने के कारण यहां तनाव बढ़ गया है.
इससे पहले फरवरी में किनमेन के तट पर ताइवान के तट रक्षक द्वारा पीछा किए जाने के दौरान दो चीनी मछुआरे डूब गए थे, जिसके बाद बीजिंग ने इलाके में पेट्रोलिंग बढ़ा दी.
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