गाजा पट्टी: राफा के पास अल-मवासी में विस्थापित फिलिस्तीनियों के लिए बने टेंटों पर इजराइली हमलों में कम से कम 25 लोग मारे गए और 50 अन्य घायल हो गए. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस संबंध में जानकारी दी है. एक अलग घटना में फिलिस्तीनी नागरिक सुरक्षा एजेंसी ने कहा कि कर्मियों ने राफा के उत्तर-पश्चिम में अल-शकोश क्षेत्र में इजराइली गोलाबारी में मारे गए और घायल हुए कई लोगों को बाहर निकाला.
अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार इजरायली सेना ने गाजा सिटी नगरपालिका के गैराज और शहर की एक पांच मंजिला इमारत पर बमबारी की. इससे पहले गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजरायल की सेना ने पिछले 24 घंटों में कम से कम 35 फिलिस्तीनियों को मार डाला, जिससे इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध में मरने वालों की संख्या 37,431 हो गई.
इस बीच क्षेत्र में इजराइली नाकाबंदी जारी रहने के कारण मानवीय स्थिति और भी खराब होती गई. मेडिकल रिलीफ ग्रुप डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने शुक्रवार को कहा कि स्वास्थ्य सेवा आपूर्ति में कमी के कारण उसे गाजा में अपने ऑपरेशन को निलंबित करना पड़ सकता है. मेडिकल रिलीफ ग्रुप डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स को फ्रेंच में एमएसएफ (MSF) के नाम से जाना जाता है.
अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार समूह ने एक बयान में कहा, 'एमएसएफ को आवश्यक दवाओं और उपकरणों की गंभीर कमी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि यह अप्रैल के अंत से गाजा में कोई भी चिकित्सा आपूर्ति लाने में असमर्थ रहा है.' एमएसएफ ने इस स्थिति के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया, जिसमें मई में राफा क्रॉसिंग पर कब्जा करना और बंद करना भी शामिल है.
गाजा और मिस्र के बीच राफा क्रॉसिंग मानवीय सहायता और सहायता कार्यकर्ताओं के प्रवेश के लिए एक प्रमुख मार्ग के रूप में कार्य करता था. एमएसएफ ने कहा, 'मई के प्रारंभ में गाजा के दक्षिण में इजराइल के हमले के बाद राफा क्रॉसिंग को बंद कर दिया गया था. साथ ही इजराइली अधिकारियों द्वारा लगाए गए लालफीताशाही के कारण मानवीय सहायता का प्रवाह धीमा हो गया है.
अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार इसके कारण ट्रकों की लंबी कतारें लग गईं और गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने में खतरनाक देरी हो रही है. अंतरराष्ट्रीय चेतावनियों के बावजूद मई में इजराइल ने राफा में हमास के खिलाफ जवाबी हमला किया. हालांकि, अमेरिका ने इजराइल को गाजा के सबसे दक्षिणी शहर में हमला करने से आगाह किया था, लेकिन इस बात पर जोर दिया कि इजरायल का हमला कोई बड़ा हमला नहीं था.
शुक्रवार को हुए हमले ऐसे समय में हुए हैं जब दो दिन पहले ही संयुक्त राष्ट्र समर्थित आयोग ने कहा था कि इजराइल द्वारा गाजा में भारी हथियारों का 'जानबूझकर' उपयोग करना नागरिक आबादी पर जानबूझकर और सीधा हमला है. हालाँकि, इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने नागरिकों को निशाना बनाने के आरोपों को खारिज कर दिया है.