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किस दाल के सेवन से कंट्रोल में रहता है यूरिक एसिड! इन चीजों का हर हाल में करें परहेज - Uric Acid

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By IANS

Published : Sep 15, 2024, 1:37 PM IST

Updated : 6 hours ago

Uric Acid : यूरिक एसिड को बढ़ने से रोकने के लिए खानपान पर ध्यान देना जरूरी है. यूरिक एसिड के बढ़ने से शरीर में कई बीमारियां घर बना लेती हैं. तो अगला सवाल यही है कि फिर करें तो करें क्या? कैसे बचें?

URIC ACID PREVENTION TIPS AND HOW TO AVOID URIC ACID PROBLEM
कॉन्सेप्ट इमेज (ETV Bharat)

Uric Acid : हाइपरयूरिसीमिया यानि यूरिक एसिड के उच्च स्तर से शरीर में कई बीमारियां घर बना लेती हैं. जब हमारे शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, तो इससे जोड़ों में दर्द, चलने-फिरने में परेशानी और उठने-बैठने में दिक्कत होने लगती है. इसका सबसे ज्यादा प्रभाव हमारे जोड़ों पर पड़ता है. उम्र बढ़ने के साथ समस्या और बढ़ जाती है. इसका सीधा संबंध प्रोटीन की बढ़ी मात्रा से है. यूरिक एसिड प्रोटीन और प्यूरीन (डीएनए और आरएनए में पाए जाने वाले कार्बन और नाइट्रोजन से बने अणु) के ज्यादा इनटेक की वजह से बढ़ता है.

Uric Acid को नियंत्रित करने के लिए खानपान पर विशेष ध्यान देना जरूरी है. कुछ खाद्य पदार्थ, विशेष रूप से दालें, राजमा, छोले जैसी चीजें हमारे शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकती हैं इसलिए इनका सेवन सोच समझ कर करना चाहिए. यूरिक एसिड को बढ़ने से रोकने के लिए इससे पीड़ित लोगों को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए इसके लिए हमने उत्तर प्रदेश के हरदोई में शतायु आयुर्वेदा एवं पंचकर्म केंद्र के निदेशक डॉक्टर अमित कुमार से बात की.

Dr Amit Kumar के मुताबिक “उम्र बढ़ने के साथ हमारे गुर्दे प्रोटीन को पूरी तरह हजम नहीं कर पाते जिससे किडनी ठीक से फंक्शन नहीं करती. जब किडनी अपना काम ठीक से नहीं करती तो इसका सीधा असर शरीर के कई हिस्सों में दिखने लगता है. कई कारणों में से इसका एक अहम कारण यूरिक एसिड बढ़ना है. हालांकि यह जरूरी नहीं कि ज्यादा उम्र वाले लोगों को ही इस समस्या का सामना करना पड़े. कई बार बहुत ही कम उम्र के लोगों को भी यूरिक एसिड बढ़ जाता है. जोड़ों में दर्द, टेंडन में दर्द जैसी समस्याओं से जूझना पड़ता है. ज्यादा शराब पीने वाले लोगों में यह समस्या अक्सर देखने को मिलती है.”

यूरिक एसिड के लक्षण (Uric acid symptoms)

  • जोड़ों में दर्द
  • गुर्दे की पथरी
  • पैर की एड़ियों में दर्द
  • घुटनों में दर्द
  • उंगलियों में सूजन-दर्द

ऐसे खानपान से बना लें दूरी (Uric acid food to avoid)

  • शराब के अधिक सेवन से यूरिक एसिड की बीमारी हो सकती है.
  • मटन, मुर्गा, मछली के सेवन से भी यूरिक एसिड की समस्या होती है.
  • अरहर की दाल और ज्यादा चाय के सेवन से भी यूरिक एसिड बीमारी हो जाती है.
  • शुगर युक्त पेय पदार्थ (जिनमें शुगर अधिक होती है) का सेवन भी खतरनाक है.
  • राजमा, सूखी मटर, गोभी, मशरूम, पोर्क में प्यूरीन ज्यादा पाया जाता है.
  • ज्यादा फैट वाले दूध से भी ये समस्या होती है.

अगला सवाल यही है कि फिर करें तो करें क्या? कैसे बचें? डॉक्टर अमित कहते हैं कि यूरिक एसिड को बढ़ने से रोकने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी शराब को बंद कर देना या इसका कम से कम सेवन करना है. साथ ही अरहर, चना की दाल, राजमा, छोले और पनीर, टोफू जैसी हाई प्रोटीन वाले चीजों का सेवन एक दम बंद कर देना चाहिए. इन सारी चीजों में प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है. इसको खाने से यूरिक एसिड स्तर बढ़ सकता है.

ये तो हुआ परहेज तो फिर क्या करें कि सब कंट्रोल रहे? Director of Shatayu Ayurveda and Panchkarma Center, Dr Amit Kumar की सलाह है कि यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए. नियमित एक्सरसाइज करनी चाहिए और हेल्दी डाइट लेकर यूरिक एसिड लेवल पर काबू पा सकते हैं. हां एक बात और जोड़ों में दर्द रहता है तो फलों और सब्जियों को अधिक मात्रा में खाएं क्योंकि यह शरीर में प्रोटीन और प्यूरीन की मात्रा को कम करता है और इस कारण यूरिक एसिड स्वतः नियंत्रण में आ जाता है.

डॉक्टर की सलाह से दाल का सेवन ? भारत का उत्तरी कोना हो या फिर दक्षिणी, एक चीज जो भोजन में आवश्यक रूप से शामिल होती है वो है दाल. अमूमन हर घर में रोज पकती है. लेकिन बढ़े यूरिक एसिड की वजह से परेशान मरीजों को किसी भी दाल के सेवन की मनाही होती है. फिर भी मन कर रहा है तो मूंग और उड़द की दाल का उचित मात्रा में डॉक्टर की सलाह से सेवन किया जा सकता है.

डिस्कलेमर: ये सुझाव सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं. बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप डॉक्टर की सलाह ले लें.

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Uric Acid : हाइपरयूरिसीमिया यानि यूरिक एसिड के उच्च स्तर से शरीर में कई बीमारियां घर बना लेती हैं. जब हमारे शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, तो इससे जोड़ों में दर्द, चलने-फिरने में परेशानी और उठने-बैठने में दिक्कत होने लगती है. इसका सबसे ज्यादा प्रभाव हमारे जोड़ों पर पड़ता है. उम्र बढ़ने के साथ समस्या और बढ़ जाती है. इसका सीधा संबंध प्रोटीन की बढ़ी मात्रा से है. यूरिक एसिड प्रोटीन और प्यूरीन (डीएनए और आरएनए में पाए जाने वाले कार्बन और नाइट्रोजन से बने अणु) के ज्यादा इनटेक की वजह से बढ़ता है.

Uric Acid को नियंत्रित करने के लिए खानपान पर विशेष ध्यान देना जरूरी है. कुछ खाद्य पदार्थ, विशेष रूप से दालें, राजमा, छोले जैसी चीजें हमारे शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकती हैं इसलिए इनका सेवन सोच समझ कर करना चाहिए. यूरिक एसिड को बढ़ने से रोकने के लिए इससे पीड़ित लोगों को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए इसके लिए हमने उत्तर प्रदेश के हरदोई में शतायु आयुर्वेदा एवं पंचकर्म केंद्र के निदेशक डॉक्टर अमित कुमार से बात की.

Dr Amit Kumar के मुताबिक “उम्र बढ़ने के साथ हमारे गुर्दे प्रोटीन को पूरी तरह हजम नहीं कर पाते जिससे किडनी ठीक से फंक्शन नहीं करती. जब किडनी अपना काम ठीक से नहीं करती तो इसका सीधा असर शरीर के कई हिस्सों में दिखने लगता है. कई कारणों में से इसका एक अहम कारण यूरिक एसिड बढ़ना है. हालांकि यह जरूरी नहीं कि ज्यादा उम्र वाले लोगों को ही इस समस्या का सामना करना पड़े. कई बार बहुत ही कम उम्र के लोगों को भी यूरिक एसिड बढ़ जाता है. जोड़ों में दर्द, टेंडन में दर्द जैसी समस्याओं से जूझना पड़ता है. ज्यादा शराब पीने वाले लोगों में यह समस्या अक्सर देखने को मिलती है.”

यूरिक एसिड के लक्षण (Uric acid symptoms)

  • जोड़ों में दर्द
  • गुर्दे की पथरी
  • पैर की एड़ियों में दर्द
  • घुटनों में दर्द
  • उंगलियों में सूजन-दर्द

ऐसे खानपान से बना लें दूरी (Uric acid food to avoid)

  • शराब के अधिक सेवन से यूरिक एसिड की बीमारी हो सकती है.
  • मटन, मुर्गा, मछली के सेवन से भी यूरिक एसिड की समस्या होती है.
  • अरहर की दाल और ज्यादा चाय के सेवन से भी यूरिक एसिड बीमारी हो जाती है.
  • शुगर युक्त पेय पदार्थ (जिनमें शुगर अधिक होती है) का सेवन भी खतरनाक है.
  • राजमा, सूखी मटर, गोभी, मशरूम, पोर्क में प्यूरीन ज्यादा पाया जाता है.
  • ज्यादा फैट वाले दूध से भी ये समस्या होती है.

अगला सवाल यही है कि फिर करें तो करें क्या? कैसे बचें? डॉक्टर अमित कहते हैं कि यूरिक एसिड को बढ़ने से रोकने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी शराब को बंद कर देना या इसका कम से कम सेवन करना है. साथ ही अरहर, चना की दाल, राजमा, छोले और पनीर, टोफू जैसी हाई प्रोटीन वाले चीजों का सेवन एक दम बंद कर देना चाहिए. इन सारी चीजों में प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है. इसको खाने से यूरिक एसिड स्तर बढ़ सकता है.

ये तो हुआ परहेज तो फिर क्या करें कि सब कंट्रोल रहे? Director of Shatayu Ayurveda and Panchkarma Center, Dr Amit Kumar की सलाह है कि यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए. नियमित एक्सरसाइज करनी चाहिए और हेल्दी डाइट लेकर यूरिक एसिड लेवल पर काबू पा सकते हैं. हां एक बात और जोड़ों में दर्द रहता है तो फलों और सब्जियों को अधिक मात्रा में खाएं क्योंकि यह शरीर में प्रोटीन और प्यूरीन की मात्रा को कम करता है और इस कारण यूरिक एसिड स्वतः नियंत्रण में आ जाता है.

डॉक्टर की सलाह से दाल का सेवन ? भारत का उत्तरी कोना हो या फिर दक्षिणी, एक चीज जो भोजन में आवश्यक रूप से शामिल होती है वो है दाल. अमूमन हर घर में रोज पकती है. लेकिन बढ़े यूरिक एसिड की वजह से परेशान मरीजों को किसी भी दाल के सेवन की मनाही होती है. फिर भी मन कर रहा है तो मूंग और उड़द की दाल का उचित मात्रा में डॉक्टर की सलाह से सेवन किया जा सकता है.

डिस्कलेमर: ये सुझाव सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं. बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप डॉक्टर की सलाह ले लें.

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