इससे पहले कि आपका हार्ट फेलियर हो जाए, यह आपको आने वाले खतरे के बारे में आगाह करता है और कई संकेत भेजता है. इन संकेतों को समझना जरूरी है. हार्ट स्पेशलिस्ट के अनुसार, ज्यादातर लोग अकसर थोड़ी सी थकान और पैरों में सूजन को ज्यादा गंभीरता से नहीं लेते, इसे नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए.
मेदांता अस्पताल के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. नकुल सिन्हा का कहना है कि थकान, सांस फूलना, सामान्य व्यक्तिगत और व्यावसायिक काम करने में असमर्थता, बिना कारण वजन बढ़ना, पैरों में सूजन, ये सभी आपके दिल की परेशानी के शुरुआती लक्षण हैं. कार्डियक अरेस्ट अचानक होता है लेकिन दिल में परेशानी धीरे-धीरे बढ़ती है और शुरुआती फेज में ही इसका पता लगाया जा सकता है.
एक अन्य फेमस हार्ट डिजीज एक्सपर्ट डॉ. मंसूर हसन ने कहा कि 'कंजेस्टिव हृदय फेलियर या हार्ट फेलियर एक ऐसी स्थिति है जहां हार्ट ब्लड को उतनी कुशलता से पंप करने में समर्थ होता है, जितनी उसे करना चाहिए. सरल शब्दों में समझे तो, हार्ट फेलियर तब होता है जब हृदय की मसल ब्लड को उतनी अच्छी तरह पंप नहीं करती जितनी उसे करना चाहिए. जब ऐसा होता है, तो अक्सर रक्त वापस आ जाता है और फेफड़ों में तरल पदार्थ जमा हो सकता है, जिससे सांस लेने में तकलीफ होती है.
हालांकि, सही और समय पर इलाज से हार्ट फेलियर के लक्षणों में सुधार हो सकता है और कुछ लोगों को लंबे समय तक जीने में मदद मिल सकती है. जीवनशैली में बदलाव से जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है. वजन कम करने, व्यायाम करने, कम नमक खाने और करने का प्रयास करें. बता दें, हार्ट फेलियर जानलेवा हो सकता है.
लक्षण
- किसी भी एक्टिविटी को करने के बाद लेटने पर सांस फूलना
विशेषज्ञों का कहना है कि सांस संबंधी किसी भी प्रकार की समस्या हार्ट फेलियर का संकेत हो सकती है. अगर आपको सांस लेने में दिक्कत महसूस हो तो इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें. यदि यह समस्या लंबे समय तक बनी रहती है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए और संबंधित परीक्षण कराना चाहिए.
- थकान और कमजोरी.
- पैरों, टखनों और पैरों में सूजन.
- तेज या अनियमित दिल की धड़कन.
- व्यायाम करने की क्षमता में कमी.
- घरघराहट.
- एक ऐसी खांसी जो ठीक नहीं होती या ऐसी खांसी जिसमें खून के धब्बों के साथ सफेद या गुलाबी बलगम आता है.
- पेट के क्षेत्र में सूजन.
- तरल पदार्थ के जमा होने से बहुत तेजी से वजन बढ़ना.
- मतली और भूख न लगना.
- ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई या सतर्कता में कमी.
- अगर हार्ट फेलियर दिल के दौरे के कारण होता है तो सीने में दर्द.
डॉक्टर को कब दिखाए
विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार खांसी और भारी खर्राटे भी कुछ मामलों में दिल की समस्याओं का कारण बन सकते हैं. ऐसा कहा जाता है कि जब हृदय की कार्यप्रणाली खराब हो जाती है, तो फेफड़ों में पानी जमा होने के कारण इसी तरह के लक्षण दिखाई देते हैं. इसलिए, यदि उपरोक्त लक्षणों में से कोई भी लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए और संबंधित परीक्षण करवाना चाहिए.
- सीने में दर्द
- बेहोशी या गंभीर कमजोरी
- सांस फूलने, सीने में दर्द या बेहोशी के साथ तेज़ या अनियमित दिल की धड़कन.
- अचानक, गंभीर रूप से सांस फूलना और सफ़ेद या गुलाबी, झागदार बलगम का खांसना.
ये लक्षण हार्ट फेलियर के कारण हो सकते हैं. लेकिन इसके कई अन्य संभावित कारण भी हो सकते हैं. खुद का निदान करने की कोशिश न करें.
अगर आपको हार्ट फेलियर है और आपके लक्षण अचानक खराब हो जाते हैं या आपको कोई नया लक्षण दिखाई देता है. इसके साथ ही कुछ ही दिनों में आपका वज़न 5 पाउंड (2.3 किलोग्राम) या उससे ज्यादा बढ़ जाता है. तो ऐसे बदलावों का मतलब हो सकता है कि मौजूदा हार्ट फेलियर और भी खराब हो रहा है या इलाज काम नहीं कर रहा है.