हैदराबाद: ब्रश करते समय खून आना, यह मसूड़ों की बीमारी के शुरुआती फेज का संकेत हो सकता है. मुंह में रहने वाले बैक्टीरिया दांतों पर जमा हो जाते हैं और प्लाक में बदल जाते हैं. अगर आप ठीक से ब्रश नहीं करते हैं, तो आपके मसूड़े सूज जाएंगे और लाल हो जाएंगे. जिसस् खून निकलने लगता है. इसलिए सुबह उठने के बाद और रात को सोने से पहले ब्रश से अपने दांतों को साफ करना बेहतर होता है. दांतों के बीच पतले धागे से फ्लॉसिंग भी करनी चाहिए. तो चलिए दांतों को साफ और मसूड़ों को स्वस्थय कैसे रखें इसके बारे में जानते है...
- यदि अपके ब्रश स्ट्रोक सख्त होंगे, तो ये संवेदनशील मसूड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं. इसलिए हमेशा मुलायम ब्रश का इस्तेमाल करें.
- धूम्रपान करने वालों को मसूड़ों की बीमारी का जोखिम दोगुना होता है. तंबाकू में मौजूद रसायन प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करते हैं. इससे मसूड़ों की संक्रमण से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है. धूम्रपान से क्षतिग्रस्त मसूड़े भी जल्दी ठीक नहीं होते. आप जितना अधिक समय तक धूम्रपान करेंगे, आपके मसूड़ों को उतना ही अधिक नुकसान होगा. इसलिए मसूड़ों की अच्छी सेहत के लिए धूम्रपान का त्याग करना ही सही रहेगा.
- जो लोग ब्लड को पतला करने वाली दवाएं लेते हैं, उनके मसूड़ों से आसानी से खून बह सकता है. कुछ मिर्गी की गोलियां और इम्यूनोसप्रेसेन्ट मसूड़ों को तेजी से बढ़ने का कारण बन सकते हैं. यह नया टीशू संवेदनशील होता है. दांतों को ब्रश करते समय रक्तस्राव तेजी से हो सकता है. एंटीडिप्रेसेंट, एलर्जी और रक्तचाप की दवाएं शुष्क मुंह का कारण बन सकती हैं. इससे समस्या हो सकती है.
- गर्भवती महिलाओं में हार्मोन के प्रभाव के कारण मसूड़ों में रक्त की आपूर्ति अधिक होती है. इससे वे सूज जाते हैं और लाल हो जाते हैं. प्लाक पैदा करने वाले बैक्टीरिया भी मसूड़ों पर हमला करने की अधिक संभावना रखते हैं. इसलिए, गर्भावस्था के दौरान अपने दांतों को ठीक से ब्रश करना बेहतर है. मिठाई से भी बचना चाहिए
- डायबिटीज प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करता है और मुंह में बैक्टीरिया से लड़ने की क्षमता को कम करता है. इससे मसूड़ों में सूजन आ जाती है. इससे ब्रश करते समय खून बहने लगता है. इसलिए मधुमेह वाले लोगों को ग्लूकोज को नियंत्रण में रखना चाहिए.
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