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हार्ट अटैक का खतरा होगा कम, स्ट्रोक की भी नहीं होगी टेंशन, 'कुंभकर्ण' की तरह लें गहरी नींद - Heart Disease - HEART DISEASE

Sleep Can Reduce Risk Of Heart Disease: बॉडी को फिट रखने के लिए पर्याप्त नींद की जरूरी होती है, जो लोग पांच घंटे या उससे कम सोते हैं, उन्हें दिल का दौरा पड़ने का जोखिम काफी ज्यादा होता है.

sleep can reduce risk of heart disease
नींद से हार्ट अटैक का खतरा होगा कम (IANS)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 15, 2024, 11:58 AM IST

नई दिल्ली: आज के वक्त में हार्ट अटैक की समस्या न सिर्फ बुजुर्गों में दिखाई देती है, बल्कि युवाओं में भी आम बात हो गई है. हार्ट पूरे शरीर में ब्लड को पंप करने का काम करता है. यह सुनिश्चित करता है कि बॉडी के सभी टिश्यूज और अंगों को आवश्यक ऑक्सीजन मिले. हालांकि धूम्रपान, खराब खान-पान और पर्याप्त व्यायाम न करने से हार्ट की हेल्थ पर बुरा प्रभाव पड़ता है.

इतना ही नहीं नींद की कमी से भी दिल की हेल्थ पर भी काफी प्रभाव पड़ रहा. नींद की कमी हार्ट पर प्रेशर डाल सकती है. नियमित रूप से हर रात छह घंटे से कम सोने से हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हार्ट संबंधी अन्य स्थितियों का खतरा बढ़ जाता है.

नींद की कमी नुकसान?
नींद की कमी के कारण भूख और भूख को कंट्रोल करने वाले हार्मोन्स के लेवल बिगड़ जाता है. इतना नहीं में जो लोग सात घंटे से कम सोते हैं, उनमें मोटापे की संभावना अधिक होती है. नींद की कमी से होने वाले शारीरिक और हार्मोनल परिवर्तन से ब्लड प्रेशर, हाई ब्लड शुगर और ब्लड में सूजन का स्तर भी बढ़ने की संभावना होती है, जिससे हृदय रोग का जोखिम बढ़ जाता है.

हार्ट अटैक का खतरा
जो लोग पांच घंटे या उससे कम सोते हैं, उन्हें दिल का दौरा पड़ने का खतरा अधिक होता है. नींद की कमी से मायोकार्डियल इन्फार्क्शन हार्ट की ब्लड सप्लाई में रुकावट हो सकती है. इसके चलते हार्ट को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती और यह हार्ट अटैक का कारण बनता है

बॉडी को फिट रखने के लिए पर्याप्त नींद जरूरी
बॉडी को फिट रखने के लिए पर्याप्त नींद की जरूरी होती है, क्योंकि नॉन-रैपिड आई मूवमेंट की अवधि के दौरान ब्लड प्रेशर कम हो जाता है और सांस स्थिर हो जाती है और हृदय गति धीमी हो जाती है. इसके चलते सोते वक्त हार्ट पर पड़ने वाला प्रेशर कम हो जाता है. इतना ही नहीं अच्छी नींद से जागने के दौरान पैदा होने वाले तनाव से उबरने में मदद मिलती है.

अच्छी नींद लेने के लिए क्या करें?
अगर आप रात भर कम से कम सात घंटे तक नहीं सो रहे हैं, तो अपनी दैनिक दिनचर्या में सुधार करें. अच्छी नींद के लिए जरूरी है कि जब आप बिस्तर पर जाएं तो आपका दिमाग पूरी तरह शांत हो. अच्छी नींद के लिए जरूरी है कि सोने से ठीक पहले खाना या ड्रिंक का ज्यादा सेवन न करें. अगर आपको सोने में परेशानी हो रही है तो बिस्तर से जाएं और नींद आने पर ही वापस बेड पर जाएं.

(डिस्कलेमर: इस वेबसाइट पर दी गई सभी स्वास्थ्य जानकारी, चिकित्सा युक्तियां और सुझाव सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं. बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह लें.)

यह भी पढ़ें- कितनी सीढ़ी चढ़ने से कम होता है हार्ट अटैक का खतरा, तोते की तरह रट लें ये बात!

नई दिल्ली: आज के वक्त में हार्ट अटैक की समस्या न सिर्फ बुजुर्गों में दिखाई देती है, बल्कि युवाओं में भी आम बात हो गई है. हार्ट पूरे शरीर में ब्लड को पंप करने का काम करता है. यह सुनिश्चित करता है कि बॉडी के सभी टिश्यूज और अंगों को आवश्यक ऑक्सीजन मिले. हालांकि धूम्रपान, खराब खान-पान और पर्याप्त व्यायाम न करने से हार्ट की हेल्थ पर बुरा प्रभाव पड़ता है.

इतना ही नहीं नींद की कमी से भी दिल की हेल्थ पर भी काफी प्रभाव पड़ रहा. नींद की कमी हार्ट पर प्रेशर डाल सकती है. नियमित रूप से हर रात छह घंटे से कम सोने से हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हार्ट संबंधी अन्य स्थितियों का खतरा बढ़ जाता है.

नींद की कमी नुकसान?
नींद की कमी के कारण भूख और भूख को कंट्रोल करने वाले हार्मोन्स के लेवल बिगड़ जाता है. इतना नहीं में जो लोग सात घंटे से कम सोते हैं, उनमें मोटापे की संभावना अधिक होती है. नींद की कमी से होने वाले शारीरिक और हार्मोनल परिवर्तन से ब्लड प्रेशर, हाई ब्लड शुगर और ब्लड में सूजन का स्तर भी बढ़ने की संभावना होती है, जिससे हृदय रोग का जोखिम बढ़ जाता है.

हार्ट अटैक का खतरा
जो लोग पांच घंटे या उससे कम सोते हैं, उन्हें दिल का दौरा पड़ने का खतरा अधिक होता है. नींद की कमी से मायोकार्डियल इन्फार्क्शन हार्ट की ब्लड सप्लाई में रुकावट हो सकती है. इसके चलते हार्ट को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती और यह हार्ट अटैक का कारण बनता है

बॉडी को फिट रखने के लिए पर्याप्त नींद जरूरी
बॉडी को फिट रखने के लिए पर्याप्त नींद की जरूरी होती है, क्योंकि नॉन-रैपिड आई मूवमेंट की अवधि के दौरान ब्लड प्रेशर कम हो जाता है और सांस स्थिर हो जाती है और हृदय गति धीमी हो जाती है. इसके चलते सोते वक्त हार्ट पर पड़ने वाला प्रेशर कम हो जाता है. इतना ही नहीं अच्छी नींद से जागने के दौरान पैदा होने वाले तनाव से उबरने में मदद मिलती है.

अच्छी नींद लेने के लिए क्या करें?
अगर आप रात भर कम से कम सात घंटे तक नहीं सो रहे हैं, तो अपनी दैनिक दिनचर्या में सुधार करें. अच्छी नींद के लिए जरूरी है कि जब आप बिस्तर पर जाएं तो आपका दिमाग पूरी तरह शांत हो. अच्छी नींद के लिए जरूरी है कि सोने से ठीक पहले खाना या ड्रिंक का ज्यादा सेवन न करें. अगर आपको सोने में परेशानी हो रही है तो बिस्तर से जाएं और नींद आने पर ही वापस बेड पर जाएं.

(डिस्कलेमर: इस वेबसाइट पर दी गई सभी स्वास्थ्य जानकारी, चिकित्सा युक्तियां और सुझाव सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं. बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह लें.)

यह भी पढ़ें- कितनी सीढ़ी चढ़ने से कम होता है हार्ट अटैक का खतरा, तोते की तरह रट लें ये बात!

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