नई दिल्ली : एक डायबिटीज विशेषज्ञ ने सलाह दी है कि मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए पैरों का उचित स्वास्थ्य/देखभाल बनाए रखना आवश्यक है, क्योंकि यह पैरों की नसों और रक्त आपूर्ति को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकता है, जिससे अल्सर हो सकता है. डायबिटीज से उत्पन्न संक्रमण के कारण पैर में रक्त की कम आपूर्ति के कारण अंग विच्छेदन ( limb amputations ) भी हो सकता है.
X.com पर एक पोस्ट में Dr Mohan's Diabetes Specialities Centre के अध्यक्ष डायबिटीज विशेषज्ञ डॉ. वी. मोहन ने कहा, "पैरों का स्वास्थ्य सुनिश्चित करना आवश्यक है, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो मधुमेह से पीड़ित हैं. तंत्रिका क्षति अप्रत्याशित हो सकती है". अगर आपको पैरों या टांगों में संवेदना (दर्द, झुनझुनी, जलन, सुन्नता pain, tingling, burning, numbness आदि) व पैर की उंगलियों में कोई बदलाव महसूस हो तो अपने डॉक्टर से सलाह लें.
Peripheral artery disease और डायबिटीज न्यूरोपैथी (Nerve damage) के कारण पैरों में दिक्कत ब्लड शुगर की सबसे आम जटिलताओं में से एक है. अध्ययनों से पता चला है कि मधुमेह से संबंधित लगभग 85 प्रतिशत पैर या पैर के अंग-विच्छेदन की शुरुआत पैर के अल्सर से होती है. Diabetologist Dr V Mohan ने डायबिटीज संबंधी पैरों की स्वास्थ्य/देखभाल के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव भी साझा किए जैसे कि...
- ब्लड शुगर को नियंत्रण में रखना.
- हर दिन पैर धोना.
- पैरों को अच्छी तरह से सुखाना.
- फंगल संक्रमण होने पर पैर की उंगलियों की जांच कराना.
- जूतों के साथ मोजे पहनना.
- पैरों को अत्यधिक तापमान से बचाना.
- नंगे पैर चलने से बचना.
Diabetologist Dr V Mohan ने "किसी भी फंगल संक्रमण के लिए" पैर की उंगलियों की जांच करने और "कॉर्न्स, कॉलस या अंतर्वर्धित नाखून" के लिए एक विशेषज्ञ से सलाह लेने की आवश्यकता पर बल दिया. महत्वपूर्ण बात यह है कि Dr V Mohan ने कहा कि लोगों को "इन स्थितियों का स्वयं इलाज करने का प्रयास नहीं करना चाहिए". Diabetes से पीड़ित लगभग 15 प्रतिशत लोगों को मधुमेह संबंधी पैर की समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिनमें से कई संभावित विनाशकारी जटिलताओं से जूझते हैं. कथित तौर पर भारत में हर साल लगभग 40,000 निचले अंग विच्छेदन होते हैं. डॉ. मोहन ने डायबिटीज रोगियों को अपने पैरों को अत्यधिक तापमान से बचाने और नंगे पैर चलने से बचने की सलाह दी. "अपने जूतों के साथ मोजे पहनें, क्योंकि चमड़ा, प्लास्टिक और मानव निर्मित जूता सामग्री त्वचा में जलन पैदा कर सकती है और संक्रमण का कारण बन सकती है."