मौजूदा समय में बदलती जीवनशैली, खान-पान, शारीरिक गतिविधियों की कमी जैसे कई कारणों के चलते लोग हाई ब्लड प्रेशर के शिकार हो रहे हैं . इस समस्या से पीड़ित ज्यादातर लोग नमक का सेवन कम कर देते हैं. फिर भी उनकी शिकायत रहती है कि हाई बीपी कंट्रोल में नहीं है. विशेषज्ञों का मनना है कि अगर समय रहते बीपी को नियंत्रित नहीं किया गया तो इससे कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. ब्लड प्रेशर से गंभीर दिल, गुर्दा समेत दूसरी बीमारी होती है. समय समय पर ब्लड प्रेशर की जांच करानी चाहिए. यह जानकारी केजीएमयू लारी कॉर्डियोलॉजी विभाग के डॉ. ऋषि सेट्ठी ने दी.
पानी पीने से भी बीपी हो सकता है कंट्रोल?
इसके साथ ही डॉक्टरों और विषेशज्ञों का यह भी कहना है कि पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से भी बीपी को नियंत्रण में रखा जा सकता है. अब इस बात में कितनी सचाई है इस खबर के माध्यम से जानते हैं.
डॉक्टरों और अध्घयनों के अनुसार हमारा दिल लगभग 73 फीसदी पानी से बना होता है. इसलिए कहा जाता है कि ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए पानी से बेहतर कुछ नहीं है. पानी में मौजूद कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे खनिज बीपी को कम करने में सहायक होते हैं. कई अध्ययनों में यह साबित हो चुका है कि पानी बीपी को कम करता है. इसलिए हर दिन जितना हो सके उतना पानी पियें. पानी में नींबू, खीरा, ताजे फल, हर्बल चाय, कम सोडियम वाला सूप, दूध, दही शामिल हो सकते हैं.
आइए अब जानते हैं कि हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में पानी कैसे उपयोगी है
पानी रक्त वाहिकाओं को आराम देता है, जिससे रक्तचाप कम होता है. विशेषज्ञों का कहना है कि पानी खून को पतला करता है और नसों में रक्त के प्रवाह को आसान बनाता है. पानी शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है और बीपी को नियंत्रण में रखता है. पानी दिल को स्वस्थ रखता है, जिससे रक्तचाप नियंत्रित रहता है.
ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखने के लिए वजन पर नियंत्रण रखना चाहिए. ऐसे खाद्य पदार्थ खाएं जिनमें कैलोरी कम हो. हर दिन कम से कम 30 मिनट व्यायाम करने की आदत बनाएं. विशेषज्ञों का कहना है कि पैदल चलना, तैराकी, योग और ध्यान को जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए. तनाव कम करने का प्रयास करें. सुनिश्चित करें कि आहार में फल, सब्जियां और साबुत अनाज हों. भोजन में अतिरिक्त नमक कम करें. शराब और धूम्रपान से बचना चाहिए.
पानी पीने से जुड़े ये रहे कुछ फायदे
- पानी पीने से शरीर में पानी की कमी दूर होती है, जिससे रक्तचाप कम करने में मदद मिलती है.
- पानी पीने से शरीर से अतिरिक्त सोडियम बाहर निकलता है, जिससे ब्लड प्रेशर कम होता है.
- पानी पीने से खून पतला होता है और नसों में खून का प्रवाह आसान होता है, जिससे ब्लड प्रेशर कम होता है.
- पानी पीने से दिल की सेहत अच्छी रहती है, जिससे ब्लड प्रेशर मेंटेन रहता है.
- पानी में मौजूद कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे मिनरल्स ब्लड प्रेशर कम करने में असरदार हो सकते हैं.
- हाई ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए, जागने के दो घंटे के अंदर 550 मिलीलीटर और सोने से दो घंटे पहले 550 मिलीलीटर पानी पीने की सलाह दी जाती है. अगर आप ज्याद पानी नहीं पी पा रहे हैं, तो आप नींबू, खीरा, ताजे फल, हर्बल चाय, लो-सोडियम सूप, दूध, दही जैसी चीजें पी सकते हैं
डॉ. ऋषि सेट्ठी ने के अनुसार, साल में कम से कम एक से दो बार ब्लड प्रेशर की जांच करानी चाहिए. जिन लोगों को ब्लड प्रेशर संबंधी बीमारी है वह डॉक्टर की सलाह पर नियमित दवा का सेवन करें. उन्होंने बताया कि 'दवा व तकनीक ने इलाज की राह आसान की है.
सोर्स-https://www.sciencedaily.com/releases/2010/07/100706150639.htm
(डिस्क्लेमर: यहां आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह ले लें.)