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दही : क्या बरसात के मौसम में दही खाने से होता है नुकसान! - Eating curd in rainy season

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 12, 2024, 8:07 AM IST

Updated : Jul 13, 2024, 6:12 AM IST

Eating curd in rainy season : ज्यादातर लोगों को खाने में दही पसंद है. कई लोग भोजन में थोड़ा सा दही जरूर खाते हैं. हालाँकि, कुछ लोगों को बारिश के मौसम में Curd खाने को लेकर तरह-तरह की शंकाएं होती हैं. जैसे कि इस मौसम में दही खाने से सर्दी, खांसी और अपच जैसी समस्याएं उत्पन्न होंगी. मानसून के दौरान Curd खाते समय क्या सावधानी बरतनी चाहिए आइए जानते हैं.

Eating curd in rainy season
बरसात के मौसम में दही खाते समय सावधानी बरतनी चाहिए (ETV Bharat)

हैदराबाद : दही पोषक तत्वों से भरपूर होता है. इसमें अच्छे बैक्टीरिया होते हैं जो पेट के लिए बहुत फायदेमंद है. मांसपेशियों-हड्डियों की मजबूती में दही मददगार हो सकता है. इसलिए विशेषज्ञों का सुझाव है कि जिन लोगों को दूध पसंद नहीं है उन्हें अपने आहार में Curd को शामिल करना चाहिए. "जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन" में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, जो लोग मानसून के दौरान दिन में दो बार 200 gm Curd खाते हैं, उनमें कब्ज की समस्या कम होती है. इस शोध में अमेरिकन सोसायटी फॉर न्यूट्रिशन के पोषण विशेषज्ञ डॉ. डैन ब्रांड ने भाग लिया. Dr Dan Brand ने दावा किया कि मानसून के दौरान दही खाने से पाचन क्रिया बेहतर होती है और कब्ज की समस्या कम होती है.

इसके साथ ही विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश के मौसम में सीमित मात्रा में दही खाने से दस्त (Diarrhea) को रोकने में मदद मिल सकती है. इसी तरह, Curd में मौजूद विटामिन डी, प्रोटीन और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व मानसून के दौरान प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में मदद करते हैं. हालांकि, दही खाने के कई स्वास्थ्य लाभों के बावजूद, बरसात के मौसम में दही खाते समय कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए.

  • अगर आप रात के समय ज्यादा Curd खाते हैं तो पाचन संबंधी समस्या होने की संभावना रहती है.
  • विशेषज्ञों का कहना है कि दही को पचने में अधिक समय लगता है. इसलिए रात के समय Curd के बजाय इसे छाछ और रायते के रूप में लेना बेहतर होगा.
  • मानसून के दौरान संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ठीक से जमा हुआ ताजा Curd खाया जाए.
  • इस दौरान ध्यान रखना चाहिए कि किसी भी समय ज्यादा मात्रा में Curd न खाएं.
  • इसी तरह यदि आपको दही खाने के बाद कोई एलर्जी या असुविधा होती है, तो बेहतर होगा कि आप Curd खाना बंद कर दें और डॉक्टर से परामर्श लें.

नोट: यहां दी गई स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सुझाव वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर है. इन पर अमल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें.

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Pregnancy care Tips : गर्भावस्था के दौरान अनदेखा न करें इस बात को

हैदराबाद : दही पोषक तत्वों से भरपूर होता है. इसमें अच्छे बैक्टीरिया होते हैं जो पेट के लिए बहुत फायदेमंद है. मांसपेशियों-हड्डियों की मजबूती में दही मददगार हो सकता है. इसलिए विशेषज्ञों का सुझाव है कि जिन लोगों को दूध पसंद नहीं है उन्हें अपने आहार में Curd को शामिल करना चाहिए. "जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन" में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, जो लोग मानसून के दौरान दिन में दो बार 200 gm Curd खाते हैं, उनमें कब्ज की समस्या कम होती है. इस शोध में अमेरिकन सोसायटी फॉर न्यूट्रिशन के पोषण विशेषज्ञ डॉ. डैन ब्रांड ने भाग लिया. Dr Dan Brand ने दावा किया कि मानसून के दौरान दही खाने से पाचन क्रिया बेहतर होती है और कब्ज की समस्या कम होती है.

इसके साथ ही विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश के मौसम में सीमित मात्रा में दही खाने से दस्त (Diarrhea) को रोकने में मदद मिल सकती है. इसी तरह, Curd में मौजूद विटामिन डी, प्रोटीन और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व मानसून के दौरान प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में मदद करते हैं. हालांकि, दही खाने के कई स्वास्थ्य लाभों के बावजूद, बरसात के मौसम में दही खाते समय कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए.

  • अगर आप रात के समय ज्यादा Curd खाते हैं तो पाचन संबंधी समस्या होने की संभावना रहती है.
  • विशेषज्ञों का कहना है कि दही को पचने में अधिक समय लगता है. इसलिए रात के समय Curd के बजाय इसे छाछ और रायते के रूप में लेना बेहतर होगा.
  • मानसून के दौरान संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ठीक से जमा हुआ ताजा Curd खाया जाए.
  • इस दौरान ध्यान रखना चाहिए कि किसी भी समय ज्यादा मात्रा में Curd न खाएं.
  • इसी तरह यदि आपको दही खाने के बाद कोई एलर्जी या असुविधा होती है, तो बेहतर होगा कि आप Curd खाना बंद कर दें और डॉक्टर से परामर्श लें.

नोट: यहां दी गई स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सुझाव वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर है. इन पर अमल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें.

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Last Updated : Jul 13, 2024, 6:12 AM IST
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