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पेट की चर्बी, मोटापा, खांसी जुकाम और गैस की समस्या, बस एक छोटा सा फल है इलाज - One Medicine For Hundred Diseases - ONE MEDICINE FOR HUNDRED DISEASES

One Medicine For Hundred Diseases: आजकल के दौर में लोग अपनी सेहत का ख्याल रखने के लिए लाखों जतन करते हैं. वहीं, हेक्टिक लाइफ स्टाइल के चलते लोगों को कई बीमारियों का सामना भी करना पड़ रहा है. इन सबमें सबसे बड़ी समस्या है मोटापा और एसिडिटी. ऐसे में आपको बता दें कि एक फल आपको इन सभी समस्याओं से छुटकारा दिला सकता है. जानिए कौन सा है वह फल और क्या हैं इसके फायदे...

One Medicine For Hundred Diseases
पेट की चर्बी, मोटापा और गैस की समस्या (IANS)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 3, 2024, 10:48 AM IST

Updated : Jul 3, 2024, 11:06 AM IST

हैदराबाद: मोटापा और पेट की ज्यादा चर्बी कई सारी बीमारियों का कारण है. ज्यादातर बीमारी पेट से ही शुरू होती है. इसलिए इसका ठीक रहना काफी जरूरी है. यदि आप भी बाहर लटकती तोंद, मोटापे और गैस की समस्या से पेशान हैं तो यह खबर आपके लिए है. इसमें हम आपको एक ऐसे फल के बारे में बताएंगे, जो आपको इन सारी समस्याओं से मात्र 15 दिन में छुटकारा दिला सकता है.

बता दें, इस फल का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह आपकी जमी हुई चर्बी को काफी तेजी से पिघलाता है. एक नैचुरोपैथी स्पेशलिस्ट ने सोशल मीडिया पर दावा करते हुए कहा कि 15 दिन के अंदर अपने शरीर पर आप इसका असर देख पाएंगे. तो चलिए जानते है कि वह कौन सा फल है और इसे कैसे उपयोग करना है...

हरड़ का फल
इस फल का नाम हरड़ है. यह एक आयुर्वेदिक औषधि है और इसकी कई प्रजातियां हैं, जिनके अलग-अलग गुण होते हैं. लेकिन पीली मोटी हरड़ काफी फायदेमंद होती है. इसे हरिताकी नाम से भी जाना जाता है. हरिताकी को तिब्बती दवाओं में अपने कई औषधीय गुणों के कारण सबसे अलग और खास माना जाता है. इसे वहां सभी जड़ी बूटियों के राजा के रूप में मान्यता प्राप्त है.

आप इसे आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर्स या फिर ऑनलाइन ऑर्डर के जरिए मंगा सकते हैं. पीली मोटी हरड़ या हरिताकी के नाम से आप इसका पॉउडर (चूर्ण) खरीद सकते हैं. इसका स्वाद कुछ-कुछ सूखे हुए आंवले जैसा होता है.

मोटापा कम करने के लिए इसे इस प्रकार लें
सबसे पहले पीली मोटी हरड़ का चूर्ण लें. अगर आपके पास इसका रेडीमेड चूर्ण नहीं है तो साबुत हरड़ को पीसकर घर पर भी चूर्ण बना सकते हैं. चूर्ण बनाने के बाद आधा चम्मच हरड़ पाउडर लेकर एक गिलास गुनगुने में मिला लें. सुबह-सुबह इसका सेवन करने से पेट जल्दी ही अंदर हो जाएगा और शरीर में कहीं भी जमी हुई चर्बी पिघल जाएगी.

खांसी से जल्द राहत
खांसी से जल्द राहत पाने के लिए इसके पाउडर को गर्म पानी या दूध में डालकलर पीने पर फायदा मिलेगा. आप चाहे तो इसका काढ़ा भी बना सकते है. इस चूर्ण को चाय के रूप में भी इस्तमाल किया जा सकता है. बारिश के मौसम में शहद के साथ इसका सेवन करें. हर तरह की खांसी से आराम मिलेगा. बता दें, चेबुलिनिक एसिड, विभिन्न ग्लाइकोसाइड, गैलिक एसिड और टैनिन हरड़ फलों में भरपूर मात्रा में हैं. हरिताकी फ्रूट पाउडर एक रेस्टोरेशन, और कार्डियोटोनिक पूरक है.

गैस से राहत
अगर खाना खाने के बाद पच नहीं हो रहा है या गैस की समस्या हो रही है, तो हरीतकी का सेवन इस तरह से करने पर लाभ मिलती है. करना क्या है? 3-6 ग्राम हरितकी पाउडर में बराबर मिश्री मिलाकर सुबह-शाम भोजन के बाद सेवन करने से पाचन-शक्ति बढ़ती है. हरितकी पाउडर के फायदे मिलने के लिए इसका सेवन सही मात्रा में करनी चाहिए.

इसके और भी कई फायदे है जैसे कि यह कफ, डायबिटीज, बवासीर, कुष्ठ, सूजन, पेट का रोग, कृमिरोग, थकान, हिचकी, गले और हृदय के रोग, पीलिया, दर्द, पथरी, समेत अन्य कई बीमारियों को दूर करने में मदद करती है.

ध्यान देने वाली बात
हरिताकी की तासीर गर्म होती है. इसलिए बहुत ज्यादा गर्मी के मौसम यानी कि मई और जून में बिना डॉक्टर की सलाह लिए इसका सेवन ना करें. अगर आपको खून से संबंधित कोई बीमारी है, शरीर में सूखापन है तब भी बिना हरिताकी की सलाह के इसका उपभोग ना करें. गर्भवती महिलाएं भी इस चूरण के सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

(डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं है. ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें)

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हैदराबाद: मोटापा और पेट की ज्यादा चर्बी कई सारी बीमारियों का कारण है. ज्यादातर बीमारी पेट से ही शुरू होती है. इसलिए इसका ठीक रहना काफी जरूरी है. यदि आप भी बाहर लटकती तोंद, मोटापे और गैस की समस्या से पेशान हैं तो यह खबर आपके लिए है. इसमें हम आपको एक ऐसे फल के बारे में बताएंगे, जो आपको इन सारी समस्याओं से मात्र 15 दिन में छुटकारा दिला सकता है.

बता दें, इस फल का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह आपकी जमी हुई चर्बी को काफी तेजी से पिघलाता है. एक नैचुरोपैथी स्पेशलिस्ट ने सोशल मीडिया पर दावा करते हुए कहा कि 15 दिन के अंदर अपने शरीर पर आप इसका असर देख पाएंगे. तो चलिए जानते है कि वह कौन सा फल है और इसे कैसे उपयोग करना है...

हरड़ का फल
इस फल का नाम हरड़ है. यह एक आयुर्वेदिक औषधि है और इसकी कई प्रजातियां हैं, जिनके अलग-अलग गुण होते हैं. लेकिन पीली मोटी हरड़ काफी फायदेमंद होती है. इसे हरिताकी नाम से भी जाना जाता है. हरिताकी को तिब्बती दवाओं में अपने कई औषधीय गुणों के कारण सबसे अलग और खास माना जाता है. इसे वहां सभी जड़ी बूटियों के राजा के रूप में मान्यता प्राप्त है.

आप इसे आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर्स या फिर ऑनलाइन ऑर्डर के जरिए मंगा सकते हैं. पीली मोटी हरड़ या हरिताकी के नाम से आप इसका पॉउडर (चूर्ण) खरीद सकते हैं. इसका स्वाद कुछ-कुछ सूखे हुए आंवले जैसा होता है.

मोटापा कम करने के लिए इसे इस प्रकार लें
सबसे पहले पीली मोटी हरड़ का चूर्ण लें. अगर आपके पास इसका रेडीमेड चूर्ण नहीं है तो साबुत हरड़ को पीसकर घर पर भी चूर्ण बना सकते हैं. चूर्ण बनाने के बाद आधा चम्मच हरड़ पाउडर लेकर एक गिलास गुनगुने में मिला लें. सुबह-सुबह इसका सेवन करने से पेट जल्दी ही अंदर हो जाएगा और शरीर में कहीं भी जमी हुई चर्बी पिघल जाएगी.

खांसी से जल्द राहत
खांसी से जल्द राहत पाने के लिए इसके पाउडर को गर्म पानी या दूध में डालकलर पीने पर फायदा मिलेगा. आप चाहे तो इसका काढ़ा भी बना सकते है. इस चूर्ण को चाय के रूप में भी इस्तमाल किया जा सकता है. बारिश के मौसम में शहद के साथ इसका सेवन करें. हर तरह की खांसी से आराम मिलेगा. बता दें, चेबुलिनिक एसिड, विभिन्न ग्लाइकोसाइड, गैलिक एसिड और टैनिन हरड़ फलों में भरपूर मात्रा में हैं. हरिताकी फ्रूट पाउडर एक रेस्टोरेशन, और कार्डियोटोनिक पूरक है.

गैस से राहत
अगर खाना खाने के बाद पच नहीं हो रहा है या गैस की समस्या हो रही है, तो हरीतकी का सेवन इस तरह से करने पर लाभ मिलती है. करना क्या है? 3-6 ग्राम हरितकी पाउडर में बराबर मिश्री मिलाकर सुबह-शाम भोजन के बाद सेवन करने से पाचन-शक्ति बढ़ती है. हरितकी पाउडर के फायदे मिलने के लिए इसका सेवन सही मात्रा में करनी चाहिए.

इसके और भी कई फायदे है जैसे कि यह कफ, डायबिटीज, बवासीर, कुष्ठ, सूजन, पेट का रोग, कृमिरोग, थकान, हिचकी, गले और हृदय के रोग, पीलिया, दर्द, पथरी, समेत अन्य कई बीमारियों को दूर करने में मदद करती है.

ध्यान देने वाली बात
हरिताकी की तासीर गर्म होती है. इसलिए बहुत ज्यादा गर्मी के मौसम यानी कि मई और जून में बिना डॉक्टर की सलाह लिए इसका सेवन ना करें. अगर आपको खून से संबंधित कोई बीमारी है, शरीर में सूखापन है तब भी बिना हरिताकी की सलाह के इसका उपभोग ना करें. गर्भवती महिलाएं भी इस चूरण के सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

(डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं है. ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें)

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Last Updated : Jul 3, 2024, 11:06 AM IST
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