मुंबई: बॉलीवुड एक्टर सलमान खान के घर के बाहर हुई फायरिंग का मामला सुर्खियों में छाया हुआ है. इस मामले में मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच ने बीते मंगलवार को राजस्थान से पांचवें संदिग्ध को गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान रफीक चौधरी के रूप में हुई है. इसने हमले में शामिल दो हमलेबाजों को वित्तीय सहायता देने भूमिका निभाई थी.
पुलिस की जांच में कुछ जानकारियां सामने आई हैं. न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपियों ने रेकी पर वीडियो बनाए और उन्हें गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई के हाथों सौंप दिया.
मुंबई पुलिस फिलहाल इस बात की जांच कर रही है कि बिश्नोई रफीक चौधरी के जरिए किस तरह का काम कराता था. मीडिया रिपोट्स की मानें तो रफीक ने हमले से पहले कई बार सलमान खान के घर का सर्वे किया था. पुलिस अधिकारियों ने यह भी खुलासा किया कि आरोपियों ने सलमान के घर का वीडियो रिकॉर्डिंग किया था और उसे बिश्नोई को भेज दिया था.
उन्होंने एक न्यूज एजेंसी को बताया, 'चूंकि आरोपी का डायरेक्ट कॉन्टेक्ट अनमोल बिश्नोई और रोहित गुडारा से था, इसलिए क्राइम ब्रांच को संदेह है कि दोनों गैंगस्टर एक साथ हैं. इससे पहले खबर मिली थी कि रोहित गुडारा ब्रिटेन में है, लेकिन अब पता चला है कि वह अमेरिका में अनमोल बिश्नोई के साथ हो सकता है.'
फायरिंग मामले में गिरफ्तार होने वाले पांचवें आरोपी रफीक चौधरी को मुंबई की एक अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें 13 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है. उसका नाम अन्य आरोपी व्यक्तियों से पूछताछ के दौरान और उनके मोबाइल फोन के तकनीकी जांच के दौरान सामने आया था.
मामले में अब तक हुए गिरफ्तार आरोपियों में से एक, अनुज थापन, जिस पर शूटरों को हथियार सप्लाई कराने का आरोप था, ने 1 मई को मुंबई में पुलिस लॉक-अप में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी.