नई दिल्ली: 77वें वार्षिक कान्स फिल्म फेस्टिवल की उलटी गिनती शुरू हो गई है. फिल्म डायरेक्टर पायल कपाड़िया की 'ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट' 30 सालों में ग्लोबल इवेंट में प्रतिस्पर्धा करने वाली पहली भारतीय फिल्म बन गई है. यह फिल्म 14 मई से 25 मई तक आयोजित होने वाले कान्स फिल्म फेस्टिवल के आने वाले एडिशन के दौरान शीर्ष सम्मान के लिए प्रतिस्पर्धा करेगी.
कान्स फिल्म फेस्टिवल के आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) पेज ने दुनिया भर की फिल्मों की एक सूची साझा की, जिन्हें प्रतियोगिता सेशन के तहत प्रदर्शित किया जाएगा. कान्स ने एक पोस्ट में लिखा है, ''ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट'- पायल कपाड़िया प्रतियोगिता कान्स 2024.'
पायल कपाड़िया की फीचर फिल्म विश्व सिनेमा के कुछ सबसे बड़े नामों की लेटेस्ट फिल्मों के साथ प्रतिस्पर्धा करेगी. फ्रांसिस फोर्ड कोपोला की मेगालोपोलिस, सीन बेकर की एनोरा, योर्गोस लैंथिमोस की काइंडनेस ऑफ काइंडनेस, पॉल श्रेडर की ओह कनाडा, मैग्नस वॉन हॉर्न की द गर्ल विद द नीडल और पाओलो सोरेंटिनो की पार्थेनोप को भी फेस्टिवल के प्रतियोगिता खंड के लिए चुना गया है.
'ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट' एक नर्स प्रभा के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसे लंबे समय से अलग रह रहे अपने पति से एक सरप्राइज गिफ्ट मिलता है, जिससे वह असहज हो जाती है. इस बीच, उसकी छोटी दोस्त और रूममेट, अनु, अपने प्रेमी के साथ रहने के लिए एक शांत जगह ढूंढने की सख्त कोशिश कर रही है. आखिरकार, दोनों महिलाएं एक समुद्र तटीय शहर की सड़क यात्रा पर जाती हैं जहां उन्हें अपने सपनों और इच्छाओं के लिए जगह मिलती है. ब्रिटिश-भारतीय फिल्म मेकर संध्या सूरी की फिल्म 'संतोष' को भी महोत्सव के अन सर्टन रिगार्ड खंड के लिए चुना गया है.