हैदराबाद: बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने राज्य के शिक्षा क्षेत्र के लिए एक बड़ा एलान किया है. उन्होंने 80 हजार शिक्षकों की भर्ती करने की घोषणा की है, जिसके लिए नियुक्ति प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी. इस संबंध में उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करके जानकारी दी. यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब राज्य में आने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारी हो रही है. इस पहल को राज्य के शिक्षा क्षेत्र को मजबूत करने और युवाओं को बेहतर भविष्य देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.
युवाओं को संदेश
सम्राट चौधरी ने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि वे मन लगाकर पढ़ाई करें, क्योंकि एनडीए सरकार राज्य में रोजगार के नए अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं को नौकरी देने के लिए तत्पर है और उन्हें अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. चौधरी ने कहा टीआरई-3 में खाली रह गए 31,397 पदों को भी टीआरई-4 में शामिल किया जाएगा. इसके अतिरिक्त, बिहार के 75 हजार स्कूलों में सात लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति की योजना है.
बिहार में फिर से 80 हजार शिक्षकों की होगी बहाली!
— Samrat Choudhary (@samrat4bjp) January 17, 2025
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शिक्षक भर्ती प्रक्रिया जल्द होगी शुरू
तृतीय चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की नियुक्ति के लिए काउंसलिंग की प्रक्रिया अभी जारी है और चौथे चरण की शिक्षक भर्ती के लिए भी योजना बनने लगी है. बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा यह परीक्षा आयोजित की जाएगी.
गणित, संगीत और खेल शिक्षकों की होगी सबसे अधिक भर्ती
रिपोर्ट के अनुसार, टीआरई-4 में सबसे अधिक रिक्तियां गणित, संगीत और खेल शिक्षकों के लिए होंगी. इन विषयों के 11 हजार से अधिक शिक्षकों की भर्ती की योजना है. बीपीएससी टीआरई-4 में कक्षा एक से 12वीं तक के शिक्षकों की बहाली की जाएगी. इसके अतिरिक्त, एससी, एसटी विभाग द्वारा संचालित स्कूलों में भी शिक्षकों की बहाली होगी.
पात्रता मानदंड
बीपीएससी टीआरई-4 में टीआरई 1, 2, और 3 के समान ही योग्यता मापदंड होंगे. प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए 12वीं पास होने के साथ डीएलएड किया होना आवश्यक है. मिडिल स्कूल के शिक्षकों के लिए ग्रेजुएट होने के साथ डीएलएड होना चाहिए. माध्यमिक शिक्षक यानी टीजीटी के लिए ग्रेजुएशन के साथ डीएलएड, बीएड जरूरी है, और पीजीटी के लिए पोस्ट ग्रेजुएशन के साथ बीएड होना आवश्यक है.
शिक्षा क्षेत्र को मजबूती
यह पहल राज्य के शिक्षा क्षेत्र को मजबूती प्रदान करने के साथ-साथ युवाओं के भविष्य को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. इतनी बड़ी संख्या में शिक्षकों की भर्ती से सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर सुधरेगा और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी. यह कदम न केवल युवाओं को प्रोत्साहित करेगा बल्कि राज्य में शिक्षा व्यवस्था को भी एक नई दिशा देगा.
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