नई दिल्ली: पेटीएम के संस्थापक और एमडी विजय शेखर शर्मा ने पेटीएम संकट पर कहा कि पेटीएम एक बेटी की तरह है. जो दुर्घटना का शिकार हो गई है और अब आईसीयू में है. विजय शेखर ने कहा कि मेरे लिए कंपनी एक बेटी की तरह है. हम मैच्योर हो रहे थे, पूर्ण लाभ की ओर बढ़ रहे थे, फ्री कैश बना रहे थे और इसी तरह आगे बढ़ रहे थे. मैंने इसे एक बेटी के रूप में देखा जो एक महत्वपूर्ण एंट्रेंस एग्जाम के लिए जा रही थी. लेकिन एक दुर्घटना का शिकार हो गई और अभी आईसीयू में है.
विजय शेखर शर्मा ने माना कि कंपनी बेहतर कर सकती थी और उन्होंने दिल्ली में JIIF स्थापना दिवस कार्यक्रम में सबक सीखा है. आगे उन्होंने पेशेवर स्तर पर कहा कि हमें बेहतर करना चाहिए था, इसमें कोई रहस्य नहीं है. हमें बेहतर तरीके से समझना चाहिए था और हमारे पास जिम्मेदारियां थीं, जिन्हें हमें बेहतर तरीके से पूरा करना चाहिए था. हमने सबक सीखा.
चौथी तिमाही के रेवेन्यू में हुआ घाटा
पेटीएम की मूल कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस पर विजय शेखर शर्मा ने बताया कि वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में उसका राजस्व 2,465 करोड़ रुपये से घटकर 2,399 करोड़ रुपये रह गया, जो पिछले साल की समान तिमाही में 168 करोड़ रुपये था. इसका मुख्य कारण पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड में अपने निवेश पर 227 करोड़ रुपये का डिस्काउंट खाते में डालना है, जिसमें इसकी 49 फीसदी हिस्सेदारी है.