मुंबई: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी, गुरुवार को अंतरिम केंद्रीय बजट 2024 पेश करेंगी. संसद के बजट सत्र का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा 31 जनवरी को इकोनॉमिक सर्वे की प्रस्तुति है. हालांकि, इस साल वित्त मंत्री द्वारा अंतरिम बजट की घोषणा से एक दिन पहले आर्थिक सर्वेक्षण पेश नहीं किया जाएगा. इसके पीछे वजह यह है कि यह पूर्ण बजट नहीं है, बल्कि सरकार की ओर से अंतरिम बजट पेश किया जा रहा है.
जानें 31 जनवरी को इकोनॉमिक सर्वे क्यों नहीं पेश किया जाएगा?
चूंकि यह पूर्ण बजट सत्र नहीं है, इसलिए इस साल इकोनॉमिक सर्वे पेश नहीं किया जाएगा। वास्तव में, 1 फरवरी को कोई बड़ी घोषणा या नीति में बदलाव की घोषणा नहीं की जाएगी, क्योंकि एफएम सीतारमण केवल अंतरिम बजट 2024 पेश करेंगी. लोकसभा चुनाव 2024 इस साल अप्रैल-मई में होने वाले हैं, यही वजह है कि एफएम सीतारमण द्वारा पूर्ण बजट पेश नहीं किया जा रहा है. पूर्ण बजट और इकोनॉमिक सर्वे जुलाई में पेश किया जाएगा, जब परिणाम घोषित किए जाएंगे और एक नया मंत्रिमंडल नियुक्त किया जाएगा.
सर्वे दस्तावेज आज जारी नहीं होगा. इसलिए वित्त मंत्रालय ने सोमवार, 29 जनवरी को भारतीय अर्थव्यवस्था - एक समीक्षा शीर्षक से एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें पिछले 10 वर्षों से भारतीय अर्थव्यवस्था की शीर्ष झलकियां दी गई हैं. भारतीय अर्थव्यवस्था-ए समीक्षा में कहा गया है कि भारत अगले 3 वर्षों में 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा और 2030 तक 7 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है.