नई दिल्ली: कमजोर वैश्विक संकेतों के कारण शुक्रवार के कारोबारी सत्र में भारतीय बाजार गिरावट के साथ खुला, लेकिन शुरुआत कारोबार में ही बाजार में खरीदारी देखने को मिली और सेंसेक्स सपाट हो गया
सुबह 9:20 तक, सेंसेक्स 19 अंक की मामूली तेजी के साथ 75,437 अंक और निफ्टी 8 अंक की गिरावट के साथ 22,960 अंक पर था. लार्जकैप की अपेक्षा स्मॉलकैप और मिडकैप शेयरों में तेजी देखने को मिल रही है. निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 154 अंक या 0.29 प्रतिशत की तेजी के साथ 52,572 अंक और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 98 अंक या 0.59 प्रतिशत की तेजी के साथ 16,997 अंक पर है.
सेंसेक्स में 16 शेयर बढ़त के साथ, जबकि 14 शेयर गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं. एलएंडटी, बजाज फिनसर्व, विप्रो, टाटा स्टील, टाटा मोटर्स और एसबीआई टॉप गेनर्स हैं. एमएंडएम, मारुति सुजुकी, टीसीएस, इन्फोसिस, सन फार्मा और जेएसडब्ल्यू टॉप लूजर्स हैं. बाजार में उतार-चढ़ाव दर्शाने वाला इंडिया विक्स करीब एक प्रतिशत की बढ़त के साथ 21.61 अंक पर कारोबार कर रहा है. सेक्टर के हिसाब से देखें तो बैंकिंग, फिन सर्विस, मेटल, मीडिया, एनर्जी, इंफ्रा, कमोडिटी, पीएसई और सर्विस सेक्टर में तेजी बनी हुई है.
वहीं, ऑटो, आईटी, फार्मा, एफएमसीजी और रियल्टी पर दबाव देखा जा रहा है. एशियाई बाजारों में गिरावट देखी जा रही है. टोक्यो, शंघाई, सियोल, बैंकॉक और हांगकांग के बाजारों पर दबाव बना हुआ है. केवल जकार्ता के बाजार हरे निशान में है. गुरुवार के सत्र में अमेरिकी बाजार में गिरावट के साथ बंद हुआ है. कच्चा तेल का बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 81 डॉलर प्रति बैरल और डब्लूटीआई क्रूड 76 डॉलर प्रति बैरल पर है.
बाजार के जानकारों का कहना है कि सेंसेक्स में 1,196 अंक की बड़ी रैली का कारण एफआईआई का बिकवाली से खरीदारी की तरफ शिफ्ट होना है. कल के सत्र में विदेशी निवेशकों ने 4600 करोड़ से ज्यादा की खरीदारी की है. इससे लगता है कि विदेशी निवेशक बड़ी संख्या में दोबारा भारतीय बाजारों में पैसे डालना शुरू कर रहे हैं. गुरुवार को हुई रैली को लार्जकैप ने लीड किया था. इसके कारण बाजार में आने वाले समय में अच्छा रह सकता है.