मुंबई: स्थानीय शेयर बाजार में पिछले दो दिन से जारी तेजी का रुख गुरुवार को थम गया. अमेरिकी केंद्रीय बैंक के नीतिगत दर संबंधी निर्णय के पहले निवेशकों ने सतर्कता बरती जिससे सेंसेक्स 836 अंक टूट गया जबकि निफ्टी 285 अंक नीचे आ गया.
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 836.34 अंक यानी 1.04 प्रतिशत फिसलकर 79,541.79 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 958.79 अंक गिरकर 79,419.34 अंक पर आ गया था. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी भी 284.70 अंक यानी 1.16 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,199.35 अंक पर बंद हुआ.
सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा मोटर्स, टेक महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, जेएसडब्ल्यू स्टील, सन फार्मा, एशियन पेंट्स, इंडसइंड बैंक और आईसीआईसीआई बैंक में सबसे ज्यादा गिरावट आई.
सेंसेक्स की कंपनियों में से सिर्फ भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का शेयर ही लाभ के साथ बंद हुआ. विश्लेषकों का कहना है कि विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली का सिलसिला जारी रहने से बाजार पर दबाव बना हुआ है. शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, एफआईआई ने बुधवार को 4,445.59 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिकवाली की.
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग के हैंगसेंग में तेजी रही, जबकि जापान का निक्की गिरावट के साथ बंद हुआ. यूरोपीय बाजार दोपहर के सत्र में सकारात्मक रुख के साथ कारोबार कर रहे थे.
अमेरिकी शेयर बाजार बुधवार को तेज उछाल के साथ बंद हुए थे. रिपब्लिकन नेता डोनाल्ड ट्रंप को अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में मिली जीत से पिछले कारोबारी दिवस पर दुनियाभर के शेयर बाजारों में तेजी का माहौल रहा था. ट्रंप डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी कमला हैरिस को करारी शिकस्त देकर चार साल के अंतराल के बाद एक बार फिर राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं.
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.33 प्रतिशत गिरकर 74.67 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. बुधवार को सेंसेक्स 901.50 अंक उछलकर 80,378.13 अंक पर और निफ्टी 270.75 अंक बढ़कर 24,484.05 अंक पर बंद हुआ था.