नई दिल्ली: सिंगापुर एयरलाइंस (एसआईए) ने शुक्रवार को बताया कि उसे टाटा के साथ डील में फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (FDI) के लिए भारत सरकार से मंजूरी मिल गई है. एयर इंडिया-विस्तारा विलय को बढ़ावा देने के लिए एसआईए को सरकार के ओर से मंजूरी मिली है. सिंगापुर एयरलाइन ने एक्सचेंज फाइलिंग में इस बात की जानकारी दी है.
सिंगापुर की प्रमुख एयरलाइन, जिसकी विस्तारा में 49 फीसदी हिस्सेदारी है. इसने नवंबर 2022 में भारतीय एयरलाइन और टाटा के स्वामित्व वाली एयर इंडिया के विलय की योजना की घोषणा की थी. विस्तारा में टाटा की 51 फीसदी हिस्सेदारी है. विलय के पूरा होने पर, सिंगापुर एयरलाइंस के पास विस्तारित एयर इंडिया का लगभग 25.1 फीसदी हिस्सा होने की उम्मीद है.
एफडीआई की मंजूरी से टाटा-एसआईए ज्वाइंट वेंचर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में एक प्रमुख पूर्ण-सेवा एयरलाइन बनाने के अपने लक्ष्य के एक कदम और करीब पहुंच गया है.
सिंगापुर एयरलाइंस ने एक बयान में कहा कि एफडीआई स्वीकृति, साथ ही एंटी-ट्रस्ट और विलय नियंत्रण मंजूरी और अप्रूवल, साथ ही आज तक प्राप्त अन्य सरकारी और विनियामक अप्रूवल, प्रस्तावित विलय के पूरा होने की दिशा में एक महत्वपूर्ण विकास का प्रतिनिधित्व करते हैं.
हालांकि यह विलय अभी भी भारतीय कानूनों के अनुपालन के अधीन है, लेकिन वर्तमान में इसे 2024 के अंत तक अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है.