नई दिल्ली: इन दिनों इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग बढ़ रही है. लेकिन इन वाहनों की बैटरी चार्ज करना कई बार मुश्किल होता है. बैटरी खत्म होने पर आपको चार्जिंग स्टेशन की तलाश करनी पड़ती है. ईवी में सफर करने वालों की मौजूदा स्थिति यही है. अगर आप ईवी वाहन से कहीं जाने की योजना बनाते हैं तो आपको कितने किलोमीटर जाना चाहिए? क्या उनकी बैटरी इतनी दूर तक चार्ज हो पाएगी? अगर बैटरी खत्म हो जाए तो क्या डार्लो में चार्जिंग पॉइंट हैं?
इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ हो रही समस्या
इन बातों पर विचार किया जा रहा है. यह सब देखने के बाद वे अपनी यात्रा शुरू करते हैं. वही पेट्रोल और डीजल वैरिएंट वाहनों के मामले में ऐसी कोई समस्या नहीं है. क्योंकि हर जगह पेट्रोल स्टेशन हैं. लेकिन इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग सुविधाओं का विस्तार न होना और बैटरी को चार्ज होने में लंबा समय लगना एक बड़ी चुनौती बन गई है. साथ ही अगर ईवी चार्जिंग खत्म हो जाए तो स्टेशन पर जाकर वाहन को आधे घंटे या एक घंटे के लिए पार्क करना भी एक समस्या बन गई है. अलग-अलग शेप और साइज में उपलब्ध इस बैटरी का इस्तेमाल कार/एसयूवी, ट्रक, बस जैसे किसी भी वाहन में किया जा सकता है.
सैमसंग का प्लान
इसे सैमसंग कंपनी के बैटरी डिवीजन सैमसंग एसडीआई ने डिजाइन किया है. इससे ईवी चालकों को काफी राहत मिलेगी. क्योंकि यह बैटरी एक बार फुल चार्ज होने पर 965 किलोमीटर तक का सफर तय कर सकती है. इससे वाहन चालक बेफिक्र होकर सफर कर सकते हैं. इस बैटरी की खासियत यह है कि सैमसंग कंपनी द्वारा बनाई गई इस बैटरी में कुछ खास फीचर्स हैं.
इसे महज 9 मिनट में फुल चार्ज किया जा सकता है. कंपनी का दावा है कि यह बैटरी 20 साल तक चलेगी. सैमसंग इस बैटरी का छह महीने से परीक्षण कर रहा है. हुंडई, जनरल मोटर्स और अन्य कंपनियों ने वाहनों में बैटरी लगाई और व्यापक परीक्षण किए. सैमसंग कंपनी की योजना इसे 2027 तक उपलब्ध कराने की है.