मुंबई: मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज और वॉल्ट डिजनी कंपनी ने कथित तौर वायाकॉम18 और स्टार के विलय के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक विलय की गई इकाई में रिलायंस की कम से कम 61 फीसदी हिस्सेदारी होने की उम्मीद है, जबकि बाकी डिजनी के पास होगी.
रिलायंस टाटा प्ले में हिस्सेदारी लेने की सोच रहा
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस हफ्ते इस डील की सार्वजनिक घोषणा होने की उम्मीद है. रिपोर्ट में कहा गया है कि साझेदारों के बीच हिस्सेदारी का बंटवारा बदल सकता है. यह इस बात पर निर्भर करेगा कि डील के समापन के समय डिजनी की अन्य स्थानीय संपत्तियों को कैसे शामिल किया जाता है. रिलायंस ब्रॉडकास्ट सर्विस प्रोवाइडर टाटा प्ले में डिजनी की माइनॉरिटी हिस्सेदारी हासिल करने पर भी विचार कर सकता है.
डिजनी अपना हिस्सा Viacom18 को बेचने पर सहमत
रिपोर्ट के मुताबिक डिजनी अपने भारतीय कारोबार का 60 फीसदी हिस्सा 3.9 बिलियन डॉलर के मूल्यांकन पर Viacom18 को बेचने पर सहमत हुआ है. रिलायंस पिछले साल डिजनी + हॉटस्टार स्ट्रीमिंग सेवा और स्टार इंडिया सहित डिजनी की भारत की संपत्ति का मूल्यांकन 7 बिलियन डॉलर से 8 बिलियन डॉलर के बीच कर रहा था.
रिलायंस ने पीछले साल डिजनी को पछाड़ा
साल 2022 में, रिलायंस ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के स्ट्रीमिंग अधिकार जीतने के लिए डिजनी को पछाड़ दिया था. साथ ही वार्नर ब्रो डिस्कवरी इंक के एचबीओ शो प्रसारित करने के लिए अप्रैल में एक मल्टी ईयर समझौता भी हासिल किया था.
रिलायंस-डिजनी का लेनदेन ऐसे समय में हुआ है जब सोनी ग्रुप और जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज से जुड़ा एक और बड़ा सौदा इस बात पर मतभेद के कारण टूट गया कि विलय की गई इकाई का नेतृत्व कौन करेगा.