नई दिल्ली : पेटीएम ब्रांड के ओनर 'वन97 कम्युनिकेशंस लि.' ने सीनियर वाइस प्रेसिडेंट प्रवीण शर्मा के इस्तीफे की पुष्टि कर दी है. कंपनी ने कहा कि उन्होंने बेहतर अवसर की उम्मीद में यह कदम उठाया है. प्रवीण शर्मा पेटीएम ज्वाइन करने से पहले नौ साल तक गूगल में काम कर चुके थे. गूगल में वह इंडिया और अपैक रीजन को देखते थे.
इसके साथ ही कंपनी ने उन खबरों का भी खंडन किया है जिसमें कहा जा रहा था कि उनके आधे कर्मचारियों को निकालने की योजना बनाई गई है. कंपनी ने कहा कि मीडिया में चल रही उन खबरों में कोई सत्यता नहीं है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि कंपनी ने 25-50 फीसदी तक कर्मचारियों की संख्या कम करने की योजना बनाई है. पेटीएम ने इस रिपोर्ट को झूठा और भ्रम फैलाने वाला बताया है.
पेटीएम ने बताया कि इस समय कंपनी में अप्रेजल (मूल्यांकन) का दौर चल रहा है. कंपनी के अनुसार अप्रेजल की प्रक्रिया हर साल इसी समय होती है. कंपनी के मुताबिक इस प्रक्रिया में टीम परफॉर्मेंस को लेकर गहन चर्चा होती है, व्यक्तिगत परफॉर्मेंस को लेकर भी बात की जाती है. किस व्यक्ति को कौन सी जिम्मेदारी दी गई थी, और उसमें कितनी सफलता मिली, इसका मूल्यांकन किया जाता है. उनके अनुसार यह सभी कंपनियों में होता है, और इसका ले-ऑफ से कोई लेना-देना नहीं है.
कंपनी ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि उनके यहां ढांचागत बदलाव को लेकर भी समीक्षा की जा रही है. इसलिए वर्कफोस को घटाने को लेकर जो भी बातें की जा रहीं हैं, वह सत्य से दूर हैं. कंपनी ने अपने बयान में कहा कि हम लगातार विकास, नवाचार और ग्राहकों को बेहतर सेवा देने की ओर अग्रसर हैं. कंपनी ने कहा कि कंपनी डिजिटल पेमेंट और वित्तीय सेवाओं को लेकर अपना मिशन जारी रखेगी.
गौरतलब है कि पेटीएम लगातार संकट के दौर से गुजर रहा है. आरबीआई के आदेश के बाद पेटीएम पेमेंट बैंक बंद हो चुके हैं. हालांकि, कंपनी का डिजिटल पेमेंट सिस्टम पहले की तरह चल रहा है. उसका साउंड बॉक्स आज भी वैलिड है, और इसकी सेवा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है.
आरबीआई ने अपनी जांच में पाया था कि पेटीएम पेमेंट बैंक में एक ही आधार नंबर से कई बैंक अकाउंट जुड़े हुए थे.
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