नई दिल्ली: पाकिस्तान के वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब ने देश का आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 पेश किया है. इसमें चालू वित्त वर्ष के दौरान सामाजिक-आर्थिक उपलब्धियों का विस्तृत ब्यौरा दिया गया है. आर्थिक सर्वेक्षण से पता चला है कि पाकिस्तान वित्त वर्ष 2023-24 के लिए विकास लक्ष्य से चूक गया और 3.5 फीसदी के लक्ष्य के मुकाबले 2.38 फीसदी जीडीपी बढ़ोतरी हासिल हुआ है. यह मुख्य रूप से उद्योगों और सेवा क्षेत्रों के खराब प्रदर्शन के कारण था, लेकिन कृषि ने हर दूसरे क्षेत्र से बेहतर प्रदर्शन किया और 6.25 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है.
इस आर्थिक इकोनॉमिक सर्वे से पता चलता है कि पाकिस्तान भले ही अपने जीडीपी वृद्धि लक्ष्य से चूक गया है लेकिन वहां गधों की आबादी लगातार बढ़ी है. वित्त वर्ष 2023-24 में गधों की आबादी बढ़कर 60 लाख हो गई है.
मुहम्मद औरंगजेब ने कहा कि पिछले 19 वर्षों में सबसे अधिक कृषि क्षेत्र में मजबूत वृद्धि वित्त वर्ष 2024 में आर्थिक विकास के प्रमुख चालक के रूप में उभरी है. सर्व से पता चलता है कि पाकिस्तान की महंगाई घटकर 11.8 फीसदी हो गई है. मौजूदा बाजार मूल्यों पर जीडीपी वित्त वर्ष 2024 में बढ़कर 106,045 अरब रुपये हो गया है, जो पिछले साल (83,875 अरब रुपये) की तुलना में 26.4 फीसदी की बढ़ोतरी है.
इसके अलावा, देश के वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार घाटे में चल रहे राज्य के स्वामित्व वाले उद्यमों को बंद करने के लिए प्रतिबद्ध है. नेशनल फ्लैग कैरियर पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस का निजीकरण करेगी.
पाकिस्तान में गधों की संख्या बढ़ी
पाकिस्तान में गधे बढ़ रहे हैं. आधिकारिक आंकड़ों से पता चला है कि वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान पाकिस्तान में गधों की आबादी 1.72 फीसदी बढ़कर 5.9 मिलियन हो गई है. 2019-2020 में गधों की आबादी 5.5 मिलियन थी, 2019-2020 में 5.6 मिलियन थी. 2020-21 में यह संख्या 5.7 मिलियन, 2021-22 में 5.7 मिलियन और 2022-23 में 5.8 मिलियन है. यह संख्या 2023-24 में बढ़कर 5.9 मिलियन हो जाएगी.