नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट 2024 भाषण में 9-14 साल की लड़कियों के लिए सर्वाइकल कैंसर का मुफ्त टीका लगाने की घोषणा की हैं. बता दें कि बजट को 2047 तक विकसित भारत के रोडमैप के रूप में पेश किया गया है. सर्वाइकल कैंसर, जो महिलाओं के यूट्राइन सेरेविक्स में विकसित होता है, भारत में महिलाओं में दूसरा सबसे आम कैंसर है. सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में कैंसर से होने वाली मृत्यु का एक प्रमुख कारण है.यह ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) द्वारा लगातार संक्रमण के कारण होता है. विश्व में सर्वाइकल कैंसर से होने वाली मौतों में से लगभग एक चौथाई मौतें भारत में होती हैं.
सर्वाइकल कैंसर की घटनाओं पर सरकार की नजर
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले महीने कहा था कि वह देश में सर्वाइकल कैंसर की घटनाओं पर बारीकी से नजर रख रहा है. इस पर राज्यों और विभिन्न स्वास्थ्य विभागों के साथ नियमित संपर्क में है. बता दें कि वर्तमान में, सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ सीरम इंस्टीट्यूट का भारत में निर्मित टीका, CERVAVAC, निजी बाजार में लगभग 2,000 रुपये प्रति खुराक पर उपलब्ध है.
देश में शुरू किया जाएगा यू-विन प्लेटफॉर्म
वित्त मंत्री ने घोषणा की कि सरकार देश में मौजूदा अस्पताल बुनियादी ढांचे का उपयोग करके अधिक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने पर ध्यान केंद्रित करेगी. उन्होंने कहा कि रेलीवेंट सिफारिशें करने के लिए एक समिति गठित की जाए. सीतारमण ने घोषणा की कि मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल के तहत योजनाओं को एक व्यापक कार्यक्रम के तहत लाया जाएगा. उन्होंने आंगनवाड़ी केंद्रों के अपग्रेड और पोषण वितरण में तेजी लाने तथा प्रारंभिक बचपन की देखभाल के लिए अन्य कदमों की भी घोषणा की हैं. वित्त मंत्री ने कहा कि टीकाकरण के प्रबंधन के लिए यू-विन प्लेटफॉर्म देश में शुरू किया जाएगा.
सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में दूसरा सबसे आम कैंसर
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, भारत में महिलाओं में होने वाले सभी कैंसर में सर्वाइकल कैंसर का योगदान लगभग 6-29 फीसदी है. मेडिकल के जानकार लोगों का कहना है कि सर्वाइकल कैंसर भारतीय महिलाओं में दूसरा सबसे आम कैंसर है, जो इस जनसांख्यिकीय समूह में होने वाले सभी कैंसर का लगभग 18 फीसदी है.
सर्वाइकल कैंसर से 63 फीसदी मृत्यु
हर साल, सर्वाइकल कैंसर रोग के 1,20,000 से अधिक नए मामलों का निदान किया जाता है. इनमें से 77,000 से अधिक मामले कैंसर के उन्नत चरणों के दौरान निदान के कारण मृत्यु का शिकार हो जाते हैं. इससे मृत्यु दर लगभग 63 फीसदी जाती है. अपने केंद्रीय बजट 2024 भाषण में, सीतारमण ने कहा कि मातृ एवं शिशु देखभाल के लिए विभिन्न योजनाओं को कार्यान्वयन में तालमेल के लिए एक व्यापक कार्यक्रम के तहत लाया जाएगा.
वित्त मंत्री ने कहा कि बेहतर पोषण वितरण, प्रारंभिक बचपन देखभाल और विकास के लिए सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 के तहत आंगनवाड़ी केंद्रों के अपग्रेड में तेजी लाई जाएगी. सीतारमण ने आगे कहा कि टीकाकरण के प्रबंधन और मिशन इंद्रधनुष के गहन प्रयासों के लिए नए डिजाइन किए गए यू-विन प्लेटफॉर्म को पूरे देश में तेजी से लागू किया जाएगा.