मुंबई: विपक्षी गठबंधन INDIA लगातार NDA अलायंस को घेरने में लगा हैं. गठबंधन के नेता आज सेबी के कार्यालय पहुंचे. इस दौरान सेबी चेयरमैन माधवी पुरी से मिलकर सभी ने स्टॉक मार्केट में बड़ें घोटाला की बात कहते हुए मामले की जांच की मांग की है. सेबी चेयरमैन से नेताओं ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद जिस दिन चुनाव के रिजल्ट आए, उसी दिन शेयर बाजार में तेजी से गिरा.
शेयर बाजार में हेरफेर की जांच की उठी मांग
तृणमूल कांग्रेस के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को एनसीपी (सपा) अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की है. इन्होंने इस महीने की शुरुआत में एग्जिट पोल के बाद कथित शेयर बाजार में हेरफेर की जांच की उनकी मांग का समर्थन किया.
राहुल गांधी ने घोटाले का लगाया आरोप
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस सबसे बड़े शेयर बाजार घोटाले में सीधे तौर पर शामिल थे. इसमें इस महीने की शुरुआत में लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद बाजार में आई गिरावट के कारण खुदरा निवेशकों को 30 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चुनाव नतीजों से पहले दावा किया था कि लोकसभा चुनाव नतीजों के दिन शेयर बाजार में बड़ी तेजी आएगी.
लोकसभा चुनाव के नतीजों के दिन आई थी गिरावट
दरअसल, लोकसभा चुनाव के नतीजों के दिन शेयर बाजार में बड़ी गिरावट आई थी. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि शेयर बाजार में बड़ा घोटाला हुआ है.
INDIA गठबंधन के नेता पहुंचे सेबी कार्यालय
INDIA गठबंधन के नेता आज मुंबई स्थित सेबी कार्यालय में शिकायत करने पहुंचे. बता दें कि सेबी केंद्र सरकार की एक संस्था है जो शेयर बाजार को नियंत्रित करती है.
एनसीपी नेता ने दी जानकारी
एनसीपी संस्थापक शरद पवार ने एक्स पर पोस्ट कर तृणमूल कांग्रेस सांसदों के दौरे की जानकारी दी. उन्होंने पोस्ट में कहा, कि तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी, सागरिका घोष और साकेत गोखले एग्जिट पोल के दौरान शेयर बाजार घोटाले की जांच की मांग करने के लिए मुंबई पहुंचे हैं. सिल्वर ओक की यात्रा के दौरान शिवसेना सांसद अरविंद सावंत, सांसद सुप्रिया सुले और पूर्व विधायक विद्या चव्हाण मौजूद थे.
बता दें कि भाजपा ने उनके आरोपों को को खारिज कर दिया है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी ने इस बात की जांच की मांग की है कि कैसे फर्जी एग्जिट पोल का इस्तेमाल करके शेयर बाजारों में हेरफेर किया गया.