चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है. जिसके बाद से सूबे का सियासी पारा सातवें आसमान पर है. बीजेपी ने जिन नेताओं का टिकट कटा है. वो अब या तो पार्टी से नाराजगी जता रहे हैं या फिर इस्तीफा देकर दूसरी पार्टी में शामिल हो रहे हैं. टिकट नहीं मिलने से नाराज कर्णदेव कंबोज, लक्ष्मण नापा और सीमा गैबीपुर पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं.
बीजेपी से नाराज योगेश्वर दत्त? पहलवान और बीजेपी नेता योगेश्वर दत्त भी टिकट कटने से पार्टी से नाराज बताए जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि योगेश्वर दत्त ने पार्टी से गोहाना विधानसभा के लिए टिकट मांगा था, लेकिन बीजेपी ने योगेश्वर दत्त का टिकट काट कर इस सीट से पूर्व सांसद अरविंद शर्मा को उम्मीदवार बनाया है. इसके बाद से सवाल उठ रहे हैं कि या योगेश्वर दत्त भी पार्टी से नाराज हैं. क्या वो भी इस्तीफा देकर दूसरी पार्टी में शामिल हो सकते हैं?
सोशल मीडिया पर किया पोस्ट: योगेश्वर दत्त ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखा है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि "चरित्र जब पवित्र है, तो क्यों है ये दशा तेरी, ये पापियों को हक नहीं कि लें ये परीक्षा तेरी, तू ख़ुद की खोज में निकल." योगेश्वर दत्त की इस पोस्ट के बाद से चर्चा तेज हो गई है कि वो टिकट नहीं मिलने की वजह से बीजेपी से नाराज हो गए हैं.
" चरित्र जब पवित्र है तो क्यों है यें दशा तेरी, ये पापियों को हक़ नहीं कि लें ये परीक्षा तेरी, तू ख़ुद की खोज में निकल..." #sportslife pic.twitter.com/rX8b8pZTks
— Yogeshwar Dutt (@DuttYogi) September 5, 2024
योगेश्वर दत्त का सियासी सफर: साल 2012 लंदन ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले योगेश्वर दत्त ने हरियाणा की बरोदा सीट से अपने सियासी सफर की शुरुआत की थी. हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 में उन्हें इस सीट से कांग्रेस उम्मीदवार कृष्ण हुड्डा से हार का सामना करना पड़ा था. कृष्णा हुड्डा के निधन के बाद साल 2020 में जब इस सीट पर उपचुनाव हुआ, तो एक बार फिर से योगेश्वर दत्त को हार का सामना करना पड़ा. पहलवान योगेश्वर दत्त कांग्रेस उम्मीदवार इंदुराज नरवाल से हार गए थे.